नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के साथ टेलीफोन पर बातचीत की।
दोनों नेताओं ने यूक्रेन में जारी संघर्ष पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने इस लड़ाई को शीघ्र समाप्त करने और वार्ता व कूटनीति के मार्ग पर आगे बढ़ने की आवश्यकता के अपने आह्वान को दोहराया। उन्होंने इस बात पर अपना दृढ़ विश्वास व्यक्त किया कि इस संघर्ष का कोई सैन्य समाधान नहीं हो सकता है और उन्होंने अवगत करवाया कि किसी भी प्रकार के शांति प्रयासों में योगदान देने के लिए भारत तैयार है।
परमाणु प्रतिष्ठानो की सुरक्षा को महत्व देता है भारत
प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और सभी देशों की संप्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने के महत्व को भी दोहराया। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत यूक्रेन सहित सभी परमाणु प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को महत्व देता है। उन्होंने रेखांकित किया कि परमाणु संयंत्रों पर किसी भी तरह के खतरों के सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए दूरगामी और विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।
नवंबर 2021 में ग्लासगो में अपनी पिछली बैठक के बाद दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग के महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर फिर से बात की।