बोचहां से मुमताज आलम की रिपोर्ट।
बूचड़खाने में चल रहे नर्सिंग होम सील, डॉक्टर फरार
गर्भपात से संबंधित उपकरण भी मिले
बोचहां ( मुजफ्फरपुर ) : स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्रखंड क्षेत्र के सरफुद्दीनपुर सहित अन्य जगहों पर चल रहे अवैध नर्सिंग होम ,अल्ट्रासाउंड सेंटर, एक्सरे मशीन पर अंकुश लगाने को लेकर शनिवार को छापेमारी अभियान चलाया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बोचहां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अतुल कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ वागीश, फार्मासिस्ट देवेंद्र कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक आलोक कुमार द्वारा शनिवार को दिन भर सरफुद्दीनपुर बाजार के विभिन्न नर्सिंग होम अल्ट्रासाउंड सेंटर व एक्सरे मशीन का जांच पड़ताल किया।
छापेमारी की सूचना मिलते ही फरार हुए संचालक
हालांकि जांच के क्रम में जानकारी मिलते ही अधिकांश संचालक अपने-अपने सेंटर को बंद कर भागने में सफल रहे। जिसके बाद स्वास्थ विभाग की टीम के द्वारा घंटों जांच-पड़ताल किया गया । इसी क्रम में राधे कृष्ण अल्ट्रासाउंड सेंटर प्रभा अल्ट्रासाउंड सेंटर और डॉक्टर नाजिम नर्सिंग होम पर छापा मारा गया, जिसमें राधे कृष्ण अल्ट्रासाउंड में डॉक्टर मौजूद नहीं थे । मौके पर सात महिलाएं अल्ट्रासाउंड के लिए बैठी थी जिनका संचालक द्वारा पैसा वापस कर उन्हें लौटा दिया गया ।समुचित कागजात नहीं पाए जाने पर राधे कृष्ण अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील कर दिया गया ।
वहीं प्रभा अल्ट्रासाउंड सेंटर के संचालिका इंदिरा कुमारी द्वारा 24 घंटे के अंदर सारे कागजात लेकर टीम के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।सरफुद्दीनपुर ओवर ब्रिज से सटे मोहम्मद नाजिम का नर्सिंग होम बूचड़खाने की तरह पाई गई, जिसमें गर्भपात से संबंधित सभी उपकरण अनहाइजीनिक स्थिति में पाया गया । मौके से डॉक्टर फरार थे ।संबंधित सभी कागजात एवं उपकरण को जप्त कर नर्सिंग होम को सील कर दिया गया है । सीएचसी छापामार दल द्वारा एक बड़ी कार्रवाई के रूप में इसे देखा जा रहा है । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचने वाले इमरजेंसी मरीजों को निजी नर्सिंग होम में पहुंचाने वाले बिचौलिए सक्रिय हैं। यह खबर प्रमुखता से फर्स्ट लुक बिहार न्यूज़ ने 28 सितंबर को चलाया था, तब जाकर प्रशासन हरकत में आई और प्रखंड क्षेत्र के सरफुद्दीनपुर स्थित नर्सिंग होम पर छापेमारी करते हुए अवैध नर्सिंग होम को सील कर दिया। वहीं कई अल्ट्रासाउंड सेंटर को भी बंद कर दिया गया ।वही अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालक को 24 घंटे के अंदर अपने कागजात की छाया प्रति संबंधित अधिकारी के पास प्रस्तुत करने को कहा गया है। इसकी जानकारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अतुल कुमार ने दी।
इस छापेमारी से पूरे प्रखंड क्षेत्र में पूरे दिन अफरातफरी का माहौल रहा।