मोतिहारी : टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत अनुमंडलीय अस्पताल चकिया में चिकित्सा पदाधिकारी, जिला यक्ष्मा केन्द्र मोतिहारी डॉ संजीव कुमार के दिशा- निर्देश में प्रोग्रामेटिक मैनेजमेंट ऑफ़ टीबी प्रीवेंटिव ट्रीटमेंट को लेकर सीएचओ के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित हुआ। यह प्रशिक्षण वर्ल्ड विजन संस्था के जिला प्रतिनिधि रामजनम सिंह द्वारा दिया गया । मौके पर जिला यक्ष्मा केन्द्र के डॉ संजीव कुमार सिंह ने बताया कि टीबी से संक्रमित मरीजों के बच्चों व परिवार के सदस्यों को प्रीवेंटिव ट्रीटमेंट कराया जाएगा, ताकि टीबी के प्रसार पर रोक लगाई जा सके।उन्होंने बताया कि जिले में यक्ष्मा उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्तर पर लगातार प्रयास किया जा रहा है।
जिले में 8 हजार लोगों को खिलाई गई टीपीटी दवा
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन प्रोग्राम के अंतर्गत मैनेजमेंट ऑफ टीबी प्रीवेंटिव ट्रीटमेंट के बारे में प्रशिक्षण देते हुए रामजनम सिंह ने बताया कि वर्ल्ड विजन के जीत कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण में टीबी की पहचान एवं उपचार के तरीके प्रशिणार्थियों को बताये गये। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022 से 2023 के अनुसार जिले में 7 हजार 5 सौ घर विजिट किया गया है। जिसमें 22 हजार 8 सौ लोगो की स्क्रीनिंग की गई। जिनमें 0से 5 साल तक 2 हजार 640, एवं 5 साल से ऊपर के 20 हजार 160 की जाँच की गई।18 हजार लोगों का एक्सरे हुआ।वहीं 1हजार 166 लोग टीबी से संक्रमित पाए गए। उन्होंने बताया कि 8 हजार लोगों को टीपीटी दवा खिलाई गई। वहीं एलटीबीआई काउंसिलर के द्वारा सभी प्लोमरी टीबी पीड़ित के घर में जाकर कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग कर वैसे मरीज को चिह्नित किया जा रहा जिनमें एक्टिब टीबी का कोई लक्षण नहीं है। तत्पश्चात वैसे मरीज को टीपीटी से जोड़क़र उन्हें 6 माह आइसोनियाजेड की दवा खिलायी जाती है। ताकि लेटेन्ट टीबी इंफेक्शन को समाप्त किया जा सके।
मौके पर जिला यक्ष्मा केन्द्र के डॉ संजीव कुमार सिंह, राजन कुमार, वर्ल्ड विजन के जिला प्रतिनिधि रामजनम सिंह, बीसीएम धर्मेन्द्र कुमार, सुपरवाइजर रंजन कुमार वर्मा, सूरज कुमार, राजीव सिंह व अन्य लोग शामिल थे।