मुजफ्फरपुर : बिहार विश्वविद्यालय के अंगीभूत महाविद्यलयों के प्राचार्यों की आपातकालीन बैठक आरडीएस काॅलेज में बुलाई गई बैठक में MLC दिनेश सिंह द्वारा कुलपति डाॅ दिनेश चंद्र राय एवं कुलानुशासक प्रो विनय शंकर राय पर लगाये गये आरोप को गंभीरता से लिया गया बैठक में कई प्रस्ताव पारित किये गये
प्रस्ताव का उपस्थित प्राचार्यों ने जोरदार ढंग से समर्थन करते हुए विधान पार्षद दिनेश प्रसाद सिंह के आरोपों का ध्वनिमत से घोर निंदा की गई साथ ही प्राचार्यों और उच्च शिक्षा से जुड़े लोगों के मान-सम्मान का ख्याल किये बगैर अनाप-शनाप आरोप लगाने की प्रवृति की भर्त्सना की गयी दिनेश प्रसाद सिंह विधान पार्षद से मांग की गई की वे
अपने आरोपो को वापस लें और अपने इस कुकृत्य के लिए क्षमा मांगे, अन्यथा प्राचार्यों द्वारा मानहानी का मुकदमा दायर किया जा सकता है
बैठक की अध्यक्षता प्रो० (डॉ०) अनिता सिंह, प्राचार्या, रामदयालु सिंह महाविद्यालय, मुजफ्फरपुर के द्वारा किया गया एवं प्रो० (डॉ०) कन्नुप्रिया, प्राचार्या, महन्त दर्शन दास महाविद्यालय,मुजफ्फरपुर द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। दूसरी ओर लंगट सिंह महाविद्यालय प्रचार्य कक्ष में कमीशन्ड प्रिन्सिपल एसोसिएशन की अपरिहार्य बैठक की गई। इस बैठक में लंगट सिंह महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो ओम प्रकाश राय के अलावा नीतिश्वर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो मनोज कुमार, यमुनी लाल कॉलेज के प्राचार्य प्रो नन्द किशोर प्रसाद, जीवछ कॉलेज के प्राचार्य प्रो रामनरेश पंडित, देवचन्द कॉलेज के प्राचार्य प्रो तारकेश्वर पंडित उपस्थित रहे। रामवृक्ष बेनीपुरी महिला महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो ममता रानी ने भी बैठक में दूरभाष से उपस्थिति दर्ज की तथा बैठक के एजेंडा एवं निर्णय का समर्थन किया।
इस बैठक में विधान पार्षद द्वारा लगाए गए आरोप जो विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो दिनेश चन्द्र राय और कुछ अधिकारियों पर लगाये गए थे, की एक स्वर में भर्त्सना की गई और कहा गया कि इस तरह के निराधार आरोप विश्वविद्यालय के कार्य संस्कृति को प्रभावित करते हैं तथा इससे विश्वविद्यालय के विकास में बाधा उत्पन्न होती है। यह प्राचार्य संघ इस बात की पुरजोर भर्त्सना करता है। प्राचार्यों ने एक मत से इस बात की चर्चा की कि वर्तमान कुलपति के कार्यकाल में विश्वविद्यालय तरक्की की नई कहानी लिख रहा है तथा भ्रष्टाचार करने वालों पर भी नकेल कसा जा रहा है। इनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है जिसकी चर्चा इस विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले सभी छात्र और शिक्षक भी करते हैं। सभी प्राचार्यों ने विश्वविद्यालय के हित में मिलकर कार्य करने का संकल्प लिया जिससे विकास की गति बनाई रखी जा सके। पुनः एक बार सभी प्राचायों ने कुलपति का समर्थन किया तथा विश्वविद्यालय के हित में यह संकल्प लिया कि इस तरह की नकारात्मक शक्तियों का विरोध करते रहेंगे।