कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में वाम दलों ने ऐलान कर दिया है कि वह कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में वामपंथी दलों को तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों से चुनौती है. ऐसे में वाम दलों को लगता है कि अगर वह कांग्रेस के साथ मिलकर मैदान में उतरे तो नतीजा अनुकूल आ सकता है. 2016 के विधानसभा चुनाव में भी वामदलों ने कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन पिछले दफे तृणमूल कांग्रेस को एकतरफा जीत हासिल हुई थी. पश्चिम बंगाल में लेफ्ट फ्रंट के अध्यक्ष विमान बोस ने कहा है कि बंगाल को तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच धार्मिक ध्रुवीकरण से बचाने के लिए हम कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. विमान बोस ने कहा है कि वाम दलों और कांग्रेस के बीच एक साथ चुनाव लड़ने को लेकर कोई भ्रम नहीं है. विमान बोस ने कहा कि हम चुनाव साथ लड़ेंगे लेकिन अभी सीट बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों के बीच बातचीत जारी है.
पश्चिम बंगाल से आने वाले कांग्रेस के बड़े नेता अधीर रंजन चौधरी ने स्वीकार किया है कि दोनों पार्टियों ने नैतिकता के तौर पर मान लिया है कि एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरना होगा. राजनीतिक समीकरण अगर गठबंधन के साथ रहे तो हम बेहतर परिणाम दे सकते हैं.