Tuesday, May 21 2024

मलेरिया जानलेवा बीमारी है, समय पर इलाज नहीं होने से हो सकती है मौत

FIRSTLOOK BIHAR 22:31 PM बिहार

सीतामढ़ी : मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम अन्तर्गत आशा कार्यकर्ताओं का एक दिवसीय उन्मखीकरण कार्य शाला जिला भी बी डी नियंत्रण कार्यालय मे प्रारंभ हुआ जिसमे आज बोखड़ा, नानपुर,पुपरी, चोरौत,सुरसंड,परिहार, सोनबरसा, बधनाहा और बाजपट्टी की 50 आशा कार्यकरता भाग लीं।

कार्यशाला का शुभारंभ अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डा सुरेन्द्र कुमार चौधरी तथा जिला भी बी डी नियंत्रण पदाधिकारी डा रवीन्द्र कुमार यादव ने दीप प्रज्वलित कर किया।

अपर मुख्य चिकित्सा पदिधिकारी ने आशा कार्यकर्ताओं से ध्यान लगाकर प्रशिक्षण प्राप्त करने और क्षेत्र मे जाकर मलेरिया की जाँच करने और इससे बचाव सम्बन्धित जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिए। डा यादव ने बताया कि मलेरिया भी एक जानलेवा बीमारी है। ससमय ईलाज नही होने पर व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।उनहोंने बताया कि एक बार फिर पूरे विश्व मे यह पाँव पसार रहा है और पूरे विश्व मे लगभग 5 लाख व्यक्ति की जान प्रति वर्ष मलेरिया के कारण चली जाती है। यह सौभाग्य की बात है कि सीतामढ़ी मे अभी तक दिमागी मलेरिया (फाल्सीपेरम) नहीं है । फिर भी यहाँ के लोग नेपाल अथवा झारखंड बराबर आते जाते रहने के कारण इसका खतरा बना रहता है। इसलिए हमारे जमीनी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को मलेरिया की जानकारी जरूरी है। इस कार्यशाला के बाद सभी मलेरिया के लक्षण एवं रक्तपट संग्रह करने मे सक्षम होंगी। इसके लिए सरकार द्वारा प्रति मरीज 90 रू का प्रावधान भी किया गया है। ये गाँवों में बचाव के उपाय भी बतायेंगी । जाड़ा देकर बुखार आना, सिर दर्द, पसीना के साथ बुखार उतरना, कभी कभी दस्त, बेहोश होना,इत्यादि मलेरिया के लक्षण हो सकते हैं।

इस अवसर पर मलेरिया एव॔ अन्य वेक्टर जनित बीमारियो से सम्बन्धित आशा संवाद पुस्तिका का विमोचन भी हुआ और सभी आशा को इसे दिया भी गया । इन्हे रक्त पट संग्रह तथा रैपिड डायग्नोस्टिक किट द्वारा मलेरिया जाँच के बारे मे भी बताया गया। प्रशिक्षण जिला भी बी डी नियंत्रण पदाधिकारी, भी डी सी ओ, भी बी डी एस तथा लैब टेक्निसियन द्वारा दिया गया।

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