Friday, May 17 2024

पंचायत चुनाव को लेकर विखंडन के नाम पर बड़ा खेल, सैकड़ों मतदाता के वोटर लिस्ट से नाम गायब, तो सैकड़ों के नाम इधर- उधर

FIRSTLOOK BIHAR 18:06 PM बिहार

पंचायत के मुखिया व उनके परिवार का नाम ही मतदाता सूची से गायब

गायघाट ( मुजफ्फरपुर ) मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट प्रखंड में पंचायत चुनाव के लिए प्रकाशित औपबंधिक मतदाता सूची में व्यापक पैमाने पर अनियमितता बरती गई है. पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची में विखंडन का इस तरह खेल हुआ है कि पंचायत के सैकड़ों मतदाता का नाम सूची से बाहर हो गया है. साथ ही सैकड़ौं मतदाता का वार्ड ही हेर फेर कर दिया गया. प्रखंड के केवटसा पंचायत के वर्तमान मुखिया बेबी देवी का पूरे परिवार का नाम ही पंचायत चुनाव के लिए जारी मतदाता सूची से गायब है. पंचायत समिति सदस्य क्षेत्र संख्या 24 विजय शंकर सिंह का नाम भी कहीं मतदाता सूची में नहीं है. केवटसा के वार्ड संख्या 13 के वर्तमान वार्ड सदस्य राजीव कुमार के नाम को वार्ड 11 में जोड़ दिया गया वहीं वार्ड 11 के वार्ड सदस्य कलिया देवी का नाम ही गायब कर दिया गया.

एक वार्ड के 350 वोटर सूची से गायब

हद तो यह हो गया वार्ड संख्या 10 में मात्र 4 वोटर का ही नाम प्रकाशित कर 350 वोटर को गायब कर दिया गया. मतदाता सूची के विखंडन में इस तरह से मतदाताओं का वार्ड वाइज हेर फेर किया गया कि पंचायत का भौगोलिक स्थिति ही बिगड़ गया. परिस्थिति यह है कि पति किसी वार्ड में और पत्नी व बच्चे अलग अलग वार्ड में है.

पूरे परिवार का मतदाता सूची से नाम गायब पर प्रखंड कार्यालय स्वीकृत नहीं कर रहा आवेदन

यही स्थिति प्रखंड के बरूआरी, शिवदाहा, जमालपुर कोदई पंचायत के मतदाता सूची की है. इन सभी पंचायतों के एक ही पंचायत सचिव धर्मेन्द्र सिंह है. बरूआरी पंचायत के सुबास कोनाई के 111 मतदाता का नाम गायब है. बरूआरी के पैक्स अध्यक्ष सुनील सिंह, वर्तमान पंसस दुखा दास का पूरा परिवार ही मतदाता सूची से गायब है. शिवदाहा व जमालपुर कोदई के करीब तीन से चार सौ लोग का नाम मतदाता सूची से गायब है. सामूहिक रूप से आपत्ति देने पर प्रखंड कार्यालय में आवेदन स्वीकार नहीं किया जा रहा है. जमालपुर कोदई के पंसस विद्यानंद पासवान ने बताया कि वे सामूहिक रूप से आपत्ति प्रपत्र लेकर आए थे लेकिन कार्यालय से व्यक्तिगत रूप से आने के लिए कहा जा रहा है. मतदाता सूची में सैकड़ों लोग वंचित है और वे लोग गरीब हैं जिनका व्यक्तिगत रूप से प्रखंड मुख्यालय पर आना संभव नहीं है.

त्रुटिपूर्ण विखंडन का कोपभाजन हो रहे हैं पंचायत प्रतिनिधि

मतदाता सूची के त्रुटीपूर्ण विखंडन का कोपभाजन पंचायत प्रतिनिधि को बनना पड़ रहा है. संभावित प्रत्याशी व मतदाताओं का आरोप है कि पंचायत के जनप्रतिनिधि पंचायत सचिव के साथ मिलीभगत कर मतदाता सूची में हेर फेर किए हैं. लगातार आरोप प्रत्यारोप के कारण तनाव बना हुआ है.

बीडीओ डॉ विमल कुमार ने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा भेजे त्रुटिपूर्ण सॉफ्टवेयर के कारण इस तरह की व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी हुई है. इस संबंध में सुधार किया जा रहा है. 30 जनवरी को नए सिरे से मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन किया जाएगा और उसके बाद किसी तरह की त्रुटि पायी गई तो 1 फरवरी तक लोग दावा आपत्ति कर सुधार करवा सकते हैं.

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