Friday, May 17 2024

शराबबंदी में जहरीली शराब पीने से हो रही मौत, जगह जगह बनाये जाते हैं शराब!

FIRSTLOOK BIHAR 07:53 AM बिहार

मुजफ्फरपुर : बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है ।लेकिन शराब की बिक्री और अवैध निर्माण जारी है। जहरीली शराब पीने से लोगों की मौतें हो रही है। पुलिस अधिकारी 2016 के अप्रैल माह से ही कसम खाते आ रहे हैं कि न शराब पीयेंगे और न ही शराब की बिक्री होने देंगे। सरकार भी लगातार प्रयासरत है कि किसी भी हालत में बिहार में शराब की बिक्री नहीं हो । सरकार ने तो अपने कड़े कदम के तहत यह भी आदेश जारी कर दी की जिस इलाके में शराब की बिक्री होगी उस इलाके के थानेदार जिम्मेदार होंगे और उनपर कार्रवाई होगी। यहां तक संबधित जिले के डीएम और पुलिस अधीक्षक को भी दोषी माने जाने की बात बताई गयी। मुजफ्फरपुर के कटरा में हुई मौत के मामले में तो थानाध्यक्ष को निलंबित किया गया है। गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से हुई मौत की घटना की जांच चल ही रही है इसी बीच मुजफ्फरपुर के कटरा दरगाह गांव और उसके बगल के टोले में पांच लोगों की मौत हो गई और दो लोगों का इलाज भी जारी है।

पहले तो इस मौत को बीमारी साबित करने की कोशिश की गयी, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इसे सिरे से खारिज कर दिया। मुजफ्फरपुर सिविल सर्जन डाॅ हरेंद्र आलोक के नेतृत्व में गठित जांच टीम में शामिल डाॅ सतीश और डाॅ हसीब असगर ने जांच रिपोर्ट में बताया कि मरने वाले कोई भी व्यक्ति न तो किसी बीमारी से पीड़ित थे और न ही उस इलाके में किसी प्रकार के महामारी का प्रकोप था।

कटरा पांच लोगों की हुई मौत को लेकर मंत्री रामसूरत राय, विधायक निरंजन राय, पूर्व विधायक महेश्वर प्रसाद यादव, डीएम, एसएसपी तक वहां पहुंचे। सबने अपने अपने तरीके से जांच की । कटरा थानाध्यक्ष को निलंबित भी कर दिया गया।

मामले में दबी जुबान प्रशासन ने भी माना कि जहरीली शराब पीने से ही मौत हुई है।

इस संबंध में जिला प्रशासन की ओर से जारी प्रेस बयान में कहा गया है कि कटरा से संबंधित मामले की प्राथमिक तौर पर जांच कराई गई है।स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम सिविल सर्जन डॉ हरेंद्र कुमार आलोक की अध्यक्षता में बनाई गई। सिविल सर्जन,डॉक्टर सतीश और डॉक्टर हसीब असगर द्वारा संयुक्त रूप से जांच की गई।जांचोपरांत उनका प्रतिवेदन उपलब्ध कराया गया जिनमें उनके द्वारा कहा गया कि परिवारिक सदस्यों एवं स्थानीय लोग तथा पीएचसी कटरा के चिकित्सकों के बयान के आधार पर परिलक्षित होता है कि संबंधित सभी लोग किसी भी बीमारी से ग्रसित नहीं हुए और ना ही किसी प्रकार के महामारी का प्रकोप उन क्षेत्रों में पाया गया है। पोस्टमार्टम के प्रतिवेदन से ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

कटरा मामले की जांच प्रारंभिक स्तर पर कराई गई। जांच के क्रम में किसी पेय पदार्थ का सेवन करने की बात प्राप्त हुई है जिसकी पूरी तहकीकात कराई जा रही है। पुलिस की टीम स्वास्थ्य विभाग और उत्पाद विभाग की टीम द्वारा भी मामले की तहकीकात की जा रही है।इस क्रम में पीड़ित परिवार के सदस्यों से भी पूछताछ की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। उक्त रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है। प्राम्भिक तौर पर ये बात सामने आई कि स्थानीय स्तर पर स्थानीय सामग्री के माध्यम से देशी शराब बनाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। इस बिंदु पर भी विस्तृत जांच की जा रही है एवं दोषियों को चिन्हित करने के लिए और तत्पश्चात कठोर कार्रवाई के मद्देनजर संदर्भित पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया गया है। प्राथमिक तौर पर पीड़ित परिवार को कबीर अंत्येष्टि योजना का लाभ दिया जा रहा है और आवश्यकतानुसार खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। कटरा थाना प्रभारी को निलंबित किया गया है।

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