Friday, May 17 2024

डीएम की अध्यक्षता में एइएस (चमकी बुखार) पर नियंत्रण को लेकर प्रशासनिक मंथन और तैयारी

FIRSTLOOK BIHAR 23:12 PM बिहार

मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर डीएम प्रणव कुमार ने अपने कार्यालय कक्ष में आज एईएस, चमकी बुखार कोर कमेटी की बैठक आयोजित की। बैठक में सभी कोषांगों द्वारा प्रारंभ किए गए कार्यों की समीक्षा जिलाधिकारी के द्वारा की गई है। जिन कोषांगों द्वारा संतोषजनक शुरुआत नहीं की गई है उन्हें हिदायत दी गई कि अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें। चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर सभी कोषांग अपने दायित्वों का निर्वहन करना सुनिश्चित करें।

प्रचार प्रसार एवं जागरूकता कोषांग द्वारा अभी तक किये गए कार्यो की जानकारी नोडल अधिकारी डीपीआरओ के द्वारा उपलब्ध कराई गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रचार- प्रसार संबंधित विभिन्न कार्यों के अतिरिक्त इस बार स्कूलों के माध्यम से भी जागरूकता कार्यक्रम संचालित किया जाए। विशेषकर स्कूलों में प्रतिदिन चमकी पर चर्चा हो साथ ही बच्चों को जागरूक किया जाय। इस आशय का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया गया कि मार्च महीने के प्रथम सप्ताह से इसे अनिवार्य रूप से शुरू करें।

बैठक में डीपीओ आईसीडीएस को निर्देश दिया गया कि सभी आंगनवाड़ी केंद्र के पोषक क्षेत्रों में जितने भी नामांकित या गैर नामांकित बच्चे हैं उनका नाम, पिता का नाम उनका पूर्ण विवरण मोबाइल नंबर सहित उपलब्ध कराया जाए ताकि उनकी मॉनिटरिंग की जा सके।

10 मार्च से दीवार लेखन का कार्य शुरू करने का निर्देश

जिलाधिकारी ने एक सप्ताह के अंदर सभी 385 पंचायतों में 385 पदाधिकारियों को अडॉप्ट करने का निर्देश देने के बाबत आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।

मार्च महीने में कम से कम दो या तीन बार पदाधिकारी अपने अलॉट किए गए पंचायतों में जाकर एईएस/ चमकी बुखार से संबंधित प्रचार प्रसार करेंगे। वही अप्रैल से प्रत्येक सप्ताह सम्बन्धित पंचायतों में जाना अनिवार्य हो जाएगा।

मार्च माह में ही आरबीएसके के वाहनों द्वारा माइकिंग के माध्यम से प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया जाएगा। साथ ही पंचायत बार एक-एक तिपहिया वाहन भी अपने-अपने पंचायतों में सघन प्रचार- प्रसार करेंगे।

dpo ICDS को निर्देश दिया गया कि सभी आंगनवाड़ी केंद्रों के पोषक क्षेत्रों में कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों की सूची शीघ्र उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए।

16 लाख हैंडविल का वितरण किया जाएगा साथ ही वितरण का सतत अनुश्रवण भी करने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा इस बार 25000 पोस्टर ग्रामीण बस्तियों के दीवारों पर चिपकाए जाएंगे। वही महादलित टोला में जनसंपर्क विभाग द्वारा होल्डिंग्स संस्थापन भी किया जाएगा।

साथ ही मीडिया उन्मुखीकरण भी समय-समय पर आयोजित करने का निर्देश दिया गया है। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया गया है। सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया है कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का सतत मॉनिटरिंग करें। इसके अतिरिक्त नुक्कड़ नाटकों, एफएम रेडियो, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, फोन कॉल के माध्यम से भी सघन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। शीघ्र ही नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिया जाएगा।

बैठक में क्षमता वर्धन एवं प्रशिक्षण कोषांग, वित्तीय संसाधन प्रबंधन कोषांग, एंबुलेंस सेवा एवं त्वरित परिवहन कोषांग, नियंत्रण कक्ष एवं क्यूआरटी कोषांग तथा अनुश्रवण एवं मूल्यांकन कोषांग की भी समीक्षा की गई एवं कोषांग के वरीय एवं नोडल अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया गया है कि अपने -अपने कोषांग से संबंधित कार्य योजना एक सप्ताह के अंदर उपलब्ध कराएं साथ ही उक्त कार्य योजना के आलोक में कार्य करना भी प्रारंभ करें।

इस बार डॉक्यूमेंटेशन के लिए अलग से कोषांग गठित किया जाएगा।

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