Monday, May 20 2024

पुस्तकालय को तो अंग्रेजों ने डायनामाइट से उड़ा दिया, लेकिन क्रांतिकारियों के हौसले को नहीं तोड़ सका

FIRSTLOOK BIHAR 23:44 PM बिहार

गायघाट ( मुजफ्फरपुर ) : बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट प्रखंड क्षेत्र के बरूआरी गांव में रामनंदन युवक परिषद पुस्तकालय सह वाचनालय के स्वर्ण जयन्ती सामारोह के अवसर पर नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया गया. सोमवार को एक कार्यक्रम का आयोजन कर अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी कुंदन कुमार ने दीप प्रज्वलित कर नवनिर्मित भवन जनता को समर्पित किया.

मौके पर उपस्थित सभी अतिथियों को स्वर्ण जयन्ती स्मृति चिन्ह भेंट किया गया. संस्था के अध्यक्ष जगन्नाथ प्रसाद सिंह ने रामनंदन युवक परिषद के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि इस परिषद की स्थापना 1921 में स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले क्रान्तिकारियों ने की थी. उस समय यहां पर आजादी की रूपरेखा तैयार करने की योजना तय की जाती थी. अंग्रेजों को जब सूचना मिली की इस परिषद में क्रान्तिकारियों की गुप्त बैठकें होती है तो अंग्रेजों ने इस परिषद को डायनामाइट से उड़ा दिया. लेकिन क्रान्तिकारियों के हौसले को नहीं तोड़ सके. इस परिषद में लोकनायक जयप्रकाश नारायण, सूरज नारायण सिंह, गरीब भाई, कर्पूरी ठाकुर, सरदार रामलोचन सिंह आदि लोग स्वतंत्रता संग्राम के दौरान यहां आते थे और आजादी की लड़ाई की रूप रेखा तय कर क्रान्तिकारियों को विशेष निर्देश दिया करते थे.

आजादी के बाद इस स्वतंत्रता की स्मृति प्रतीक को वाचनालय व पुस्तकालय का रूपरेखा दिया गया. मुख्य अतिथि अनुमंडलाधिकारी ने कहा की यह परिषद इतिहास की धरोहर और स्वतंत्रता संग्राम का गौरव है. इस गौरव को जीवित रखने के लिए नए भवन का लोकार्पण किया गया है. उन्होंनें अपने स्तर से इस परिषद को कंप्यूटरीकृत करने का आश्वासन दिया. मौके पर बीडीओ डॉ विमल कुमार, सीओ राघवेन्द्र रमन, थानाध्यक्ष नरेन्द्र कुमार, बेनीबाद ओपी प्रभारी राजकुमार, प्रभात किरण, विजय कुमार, नर्मदेश्वर प्रसाद सिंह, प्रो रामचन्द्र प्रसाद सिंह, उपेन्द्र झा, अनुठा सिंह आदि मौजूद थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता मुखिया स्वराज ने किया.

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