Friday, May 17 2024

विभिन्न आपदाओं से निपटने को लेकर मुजफ्फरपुर डीएम की अध्यक्षता में मंथन और प्रशिक्षण

FIRSTLOOK BIHAR 20:59 PM बिहार

मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर समाहरणालय सभागार में मंगलवार को जिलाधिकारी सह अध्यक्ष प्रणव कुमार की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन योजना एवं बाढ़ कार्य योजना मुजफ्फरपुर 2021-22 के निर्माण को लेकर समीक्षात्मक बैठक सह प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस प्रशिक्षण कार्यशाला में जिला स्तरीय सभी आपातकालीन सहाय्य विभाग, रिस्पांस एजेंसियां व प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे। इस प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रशिक्षक के रूप में नीरज कुमार सिंह राज्य सलाहकार बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण पटना तथा डॉ पल्लव कुमार परियोजना पदाधिकारी बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण पटना उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन कमल सिंह जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी मुजफ्फरपुर ने किया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि हमारा जिला विभिन्न प्रकार की आपदाओं के प्रति बेहद ही संवेदनशील है तथा इन आपदाओं के प्रभावों के न्यूनीकरण हेतु माइक्रो प्लानिंग एवं सेक्टरल प्लानिंग विभिन्न स्तरों पर संबंधित विभाग द्वारा किया जाना बेहद आवश्यक है।

जिला आपदा प्रबंधन योजना में जिले में घटित होने वाली सभी आपदाओं के ध्यान में रखते हुए पूर्व, आपदा के दौरान तथा आपदा के पश्चात में की जाने वाली कार्रवाई को सम्मिलित किया जाना बेहद महत्वपूर्ण है। डीएम ने गर्मी के मौसम में अगलगी तथा हीटवेव के लिए समुचित कार्रवाई करने के साथ-साथ आगामी संभावित बाढ़ की पूर्व तैयारी करने का निदेश दिया। डीएम प्रणव कुमार ने कहा की सभी संबंधित पदाधिकारी बाढ़ सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी तटबंधों का निरीक्षण करना सुनिश्चित करें ताकि पहले से तटबंधों की मरम्मती समुचित रुप से की जा सके।

डीएम ने विभिन्न आपदाओं के दौरान प्रयोग में लाए जाने वाले संसाधनों, स्वयंसेवकों, तैराकों, गोताखोरों, नाविकों को चिन्हित कर सूचीबद्ध करने का निर्देश विभागों को दिया। उनके द्वारा गर्मी के दिनों में एईएस बीमारी की रोकथाम के लिए समुचित कार्ययोजना बनाने का निर्देश जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा के प्रभारी पदाधिकारी एवं कंसलटेंट को दिया गया।

जिलाधिकारी द्वारा आपदा संबंधी कार्यों में प्रतिनियुक्त किए जाने वाले पदाधिकारियों एवं कर्मियों को प्रशिक्षित करने का निर्देश जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा के प्रभारी पदाधिकारी को दिया गया ताकि आपदा संबंधी कार्यों को दक्षता के साथ संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी संपादित कर सकें।

इस अवसर पर राजेश कुमार अपर जिला दंडाधिकारी मुजफ्फरपुर ने कहा की आपदाएं विकास की प्रक्रिया को अवरुद्ध कर देती है तथा बड़े स्तर पर लोगों को विसंगतियों का सामना करना पड़ता है। यह बेहद आवश्यक है कि आपदाओं के प्रभावों की रोकथाम हेतु समुचित रणनीति अपनाई जाए तथा प्रभावी कार्ययोजना के तहत गतिविधियों का क्रियान्वयन किया जाए ताकि आपदाओं को नियंत्रित किया जा सके। उन्होंने सड़क दुर्घटना डूबने से होने वाली मृत्यु की रोकथाम हेतु संवेदनशील स्थलों पर जागरूकता कार्यक्रम एवं मॉक ड्रिल कार्यक्रम आयोजित करने पर जोर दिया।

डॉ अजय कुमार, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन, मुजफ्फरपुर ने आपदाओं के प्रबंधन एवं न्यूनीकरण में विभागों की भूमिका तथा विकास प्रक्रिया में आपदा जोखिम न्यूनीकरण की तत्व को समाहित करने पर महत्वपूर्ण जानकारी दी।

इस अवसर पर मोहम्मद साकिब खान कंसलटेंट -सह-डीएम प्रोफेशनल जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मुजफ्फरपुर द्वारा मुजफ्फरपुर में घटित होने वाली बहु आपदाओं का प्रभाव एवं विभाग बार आपदा प्रबंधन योजना निर्माण के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला गया तथा बाढ़ 2020 में हुई क्षति तथा किए गए राहत एवं बचाव कार्य संबंधी प्रतिवेदन भी प्रस्तुत किया । उनके द्वारा बाढ़ कार्य योजना की निर्माण की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई ।

मुख्य तकनीकी सत्र में, नीरज कुमार सिंह, राज्य सलाहकार, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जिला आपदा प्रबंधन योजना निर्माण हेतु रिस्पांस तथा मिटिगेशन प्लान पर जानकारी देते हुए योजना निर्माण की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया। उनके द्वारा बताया गया की आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 तथा बिहार डीआरआर रोड मैप के अंतर्गत सभी जिलों की आपदा प्रबंधन योजना का निर्माण किया जाना नितांत आवश्यक है। यह योजना आपदाओं के प्रत्युत्तर में एक मार्गदर्शक तथा नीति नियामक की भूमिका अदा करती है।

डॉ पल्लव कुमार, परियोजना पदाधिकारी, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा बिहार स्टेट डिजास्टर रिसोर्स नेटवर्क (BSDRN) पोर्टल पर आपातकालीन परिस्थितियों में सहायक महत्वपूर्ण विभागीय संसाधनों, उपकरणों एवं सेवा प्रदाताओं संबंधित सूचनाओं की प्रविष्टि करने के पर प्रकाश डाला गया तथा तकनीकी जानकारी प्रदान की।

विकास कुमार, वरीय उप समाहर्ता, जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा ने कहा कि हम सबको योजनाबद्ध रूप से कार्य करने की आवश्यकता है ताकि सभी विभाग समन्वित रूप से जिले में आपदाओं के प्रभावों की रोकथाम हेतु प्रभावी कार्रवाई कर सकें।

प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान सभी पदाधिकारियों को योजना निर्माण संबंधी आईईसी सामग्री उपलब्ध कराई गई। इस प्रशिक्षण कार्यशाला में फैयाज अख्तर जिला पंचायती राज पदाधिकारी मुजफ्फरपुर डॉ कुंदन कुमार एसडीएम पूर्वी अनुमंडल, सुश्री प्रीति कुमारी वरीय उप समाहर्ता जिला सामान्य प्रशाखा, सुश्री नीलम कुमारी वरीय उप समाहर्ता जिला स्थापना प्रशाखा तथा अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी, विभिन्न विभागों के पदाधिकारी एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।

Related Post