मुजफ्फरपुर : जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा, मुजफ्फरपुर के तत्वाधान में हीटवेव/लू के प्रभावों के न्यूनीकरण एवं प्रबंधन को लेकर मंगलवार को एक दिवसीय समीक्षात्मक बैठक-सह-कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला की अध्यक्षता मुजफ्फरपुर डीएम प्रणव कुमार ने की। कार्यशाला में जिला स्तरीय सभी वरीय पदाधिकारी एवं संबंधित विभागों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग कर आगामी गर्मी के मौसम में संभावित हीटवेव/लू के प्रभावों के न्यूनीकरण व पेयजल संकट के निराकरण हेतु विचार विमर्श किया तथा बिहार हीट एक्शन प्लान में लाइन विभागों हेतु निर्धारित दिशा निर्देशों के अनुरूप विभागवार रणनीति बनाई गयी। प्रखंड के पदाधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यशाला में प्रतिभाग किया
कार्यशाला का संक्षिप्त विवरण
अपर समाहर्ता (आपदा प्रबंधन) ने कार्यशाला में उपस्थित अतिथियों, विभागीय प्रतिनिधियों, हितभागियों तथा विशेषज्ञों का स्वागत करते हुये कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डाला।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए डीएम प्रणव कुमार ने कहा कि वर्तमान समय में हीटवेव एक ज्वलंत समस्या बनती जा रही है आने वाले गर्मी के मौसम हीटवेव के साथ-साथ एइएएस का खतरा भी बना हुआ है। सभी विभागों को गंभीर होकर हीटवेव तथा एईएस की पूर्व तैयारी सुनिश्चित कर लेनी है जिससे किसी भी प्रकार की क्षति नहीं उठानी पड़े तथा आमजन को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। जिला पदाधिकारी ने जलवायु परिवर्तन तथा वैश्विक तापमान वृद्धि की चर्चा करते हुये जल संरक्षण तथा पर्यावरण संरक्षण की महती आवष्यकता पर विशेष बल देते हुए कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान के माध्यम से हीटवेव के कुप्रभावों का न्यूनीकरण एवं निराकरण दीर्घ अवधि तक हो सकता है। नगर निगम तथा कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को निर्देशित करते हुए कहा कि हीटवेव/लू के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों तथा रिस्क जोन (स्लम, महादलित टोलों तथा सघन आबादी) का मानचित्रण कर वहां आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने पर विशेष बल दिया। साथ ही, सभी जल टैंकर, पानी टंकी, चापाकल तथा नल की मरम्मती कर लें जिससे आगामी गर्मी के मौसम में पेयजल की समस्या आमजन को ना होने पाये। उन्होंने आगामी गर्मी के मद्देनजर ओआरएस पैकेट की उपलब्धता विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध कराने हेतु सिविल सर्जन को निर्देशित किया।
कार्यशाला का संचालन कर रहे अजय कुमार, अपर समाहर्ता (आपदा प्रबंधन) ने जिला स्तरीय हीट एक्शन प्लान पर विभागों के प्रतिनिधियों को जानकारी प्रदान की तथा पूर्व, दौरान तथा तथा पश्चात् चरणों में किए जाने वाले विभागीय कार्यों के बारे में दिशा निर्देश प्रदान किया।
मो० साकिब खान, कंसल्टेंट, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, मुजफ्फरपुर ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रतिभागियों को हीट वेव/लू के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग सहित अन्य विभागों द्वारा किये जाने वाले पूर्वानुमान तथा वायुमंडलीय सूचनाएं प्रदान करने संबंधी कार्यों के बारें में प्रकाश डाला। उनके द्वारा इसके प्रभावों के बारे में बताया तथा इसके न्यूनीकरण हेतु किए जाने वाले उपायों पर भी प्रकाश डाला। हिटवेव के प्रबंधन तथा रोकथाम हेतु शासन द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार विभागों द्वारा की जाने वाली कार्रवाई के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
कार्यशाला में प्रस्तुतीकरण सत्र के पश्चात्, सभी विभागों तथा हितभागी एजेंसियों ने आगामी हीटवेव के प्रभावों के न्यूनीकरण एवं प्रबंधन के मद्देनजर की जा रही पूर्व तैयारी संबंधी प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। जिला पदाधिकारी ने प्रस्तुत किये गये प्रतिवेदन की समीक्षा करते हुये, बिहार हीट एक्शन प्लान में उल्लेखित प्रावधानों के अनुपालन हेतु विभागवार दिशानिर्देश प्रदान किया।
इस कार्यशाला में फैय्याज अख्तर, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, मुजफ्फरपुर, चन्दन कुमार, निदेशक, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, मुजफ्फरपुर, विकास कुमार, वरीय उप समाहर्ता, जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा, मुजफ्फरपुर सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।