सीतामढ़ी : सीतामढ़ी जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा बुधवार को डुमरा प्रखंड के भूप भैरो पंचायत के भूप भैरो गांव पहुंचीं। फिर किसान भोला सिंह के गेहूं की खेत में गयीं । डीएम श्रीमती शर्मा किसानों से मिल कर खेती किसानी का जायजा लिया। डीएम ने स्वयं अपनी हाथों में हंसिया पकड़ कर गेहूं की कटाई की। डीएम ने फसल कटनी प्रयोग का निरीक्षण भी किया । डीएम ने किसान भोला सिंह के खेत में गेहूं फसल की कटनी के प्रयोग का निरीक्षण किया। जिला सांख्यिकी पदाधिकारी शशिकांत प्रकाश एवं जिला कृषि पदाधिकारी अनिल कुमार यादव की उपस्थिति में मोबाइल एप्प के माध्यम से फसल कटनी प्रयोग सम्पादित किया गया।
गौरतलब हो कि बिहार राज्य फसल सहायता योजना अंतर्गत रबी गेहूं एक अधिसूचित फसल हैं। इस योजना के अंतर्गत जिला के सभी प्रखंड के प्रत्येक पंचायत में पाँच पाँच प्रयोग सम्पादित किया जाता हैं। सीतामढ़ी जिलांतर्गत सभी 17 प्रखंड के 250 पंचायत में कुल 1250 पंचायत स्तरीय गेहूं का फसल कटनी प्रयोग आयोजित है। फसल कटनी प्रयोग 10×5 मीटर भूखण्ड में किया जाता है। खेसरा एवम भूखंड का निर्धारण वैज्ञानिक पद्धति के आधार पर यादृच्छिक प्रणाली द्वारा की जाती है। जिला पदाधिकारी द्वारा आयोजन सूची,खेसरा निर्धारण हेतु तैयार प्रपत्र क़ एवं प्लाट चयन के प्रत्येक बिंदुओं की भी जानकारी प्राप्त की गयी। उन्होंने फसल कटनी प्रयोग का शुभारंभ अपने हाथों से गेहूं काटकर किया। कटनी के दौरान उन्होंने किसान भोला सिंह से बीज, सिंचाई, बुआई, खाद एवं फसल उपज से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी प्राप्त किया। उन्होंने किसान भोला सिंह सहित उपस्थित किसानों से सरकार की चल रही कृषि योजनाओ का भी फीड बैक लिया। निरीक्षण के क्रम में भूप भैरो ग्राम के अन्य नागरिक एवं उपस्थित किसानों से जिला पदाधिकारी ने रबी मौसम में फसल उत्पादकता संबंधित जानकारी प्राप्त की गयी।किसानों द्वारा रबी गेहूं के सामान्य उपज की बात कही गयी। फसल कटनी प्रयोग की उपयोगिता फसल उत्पादकता ज्ञात करने के साथ ही किसान की क्षतिपूर्ति का संधारण करना भी हैं।
जिलाधिकारी ने बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर ग्राम वासियों से पूरी सतर्कता बरतने की अपील किया। उन्होंने कहा कि हमेशा मास्क का उपयोग करे,समय-समय पर हाथों को धोते रहे, सामाजिक दूरी का पालन करे।