मुजफ्फरपुर : कोविड-19 संक्रमण के मामले में अप्रत्याशित वृद्धि को देखते हुए जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार ने जिले वासियों से अपील की है कि पैनिक होने की जरूरत नहीं है। सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। कहा कि सभी लोग मास्क का अनिवार्य रूप से प्रयोग करें। सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करें। सैनिटाइजर का प्रयोग करें। उन्होंने कहा है कि जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के परस्पर समन्वय से गंभीरता पूर्वक दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है। उपलब्ध चिकित्सा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जा रहा है। जिले में ऑक्सीजन की कोई किल्लत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग और एसकेएमसीएच तथा अन्य अस्पतालों पर सतत अनुश्रवण के साथ आवश्यक निर्देश भी दिए जा रहे है। उन्होंने कहा कि इन विपरीत हालातों में धर्य रखें और सरकार के निर्देशों का अनुपालन करें। कहा कि अफवाहों से भी बचने की जरूरत है।
माह जनवरी 21 से अप्रैल में अभी तक कूल 3494 पॉजिटिव केस आए हैं जिसमें एक अप्रैल से 17 अप्रैल तक 3159 केस पॉजिटिव मिले हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों के 425 टोले(शहर के नजदीक के ग्रामीण टोले)शहरी क्षेत्रों के 191 मोहल्ले में यह स्थिति पाई गई है।
कुल 600 एक्टिव माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। जिसमें ग्रामीण क्षेत्र में 208 तथा शहरी क्षेत्र में 392 हैं।
जनवरी -अप्रैल 21 तक कुल 108603 rt-pcr टेस्ट किए गए हैं जिसमें 597 पॉजिटिव पाए गए हैं। वर्तमान में आरटी पीसीआर टेस्ट का परिणाम आने में 24 से 48 घंटे का समय लग रहा है जो कि अन्य जिलों के तुलना में कम है।
सरकार के निर्देश के आलोक में अनुमंडल स्तर पर कोरेनटाइन सेंटर बनाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
जिले में कोरोना मरीजों के इलाज हेतु बेड़ो की पर्याप्त व्यवस्था है। माइनॉरिटी हॉस्पिटल ,ग्लोकल हॉस्पिटल और एसकेएमसीएच मिलाकर 300 बेड कैपेसिटी है। इनमें से 260 बेड इन रेडी to मूव कंडीशन में है। एसकेएमसीएच में 200 तक बेड़ो की क्षमता में वृद्धि की जाएगी।आवश्यक दवाइयों और उपकरणों की कमी नहीं है।