Tuesday, May 21 2024

मुजफ्फरपुर के मुक्तिधाम में चार दिन में जले 134 शव

FIRSTLOOK BIHAR 23:37 PM खास खबर

टूटा अबतक का रिकार्ड, एक सप्ताह पहले तक आता था पांच से लेकर अधिकतम 10 से 12 शव

मुजफ्फरपुर : पिछले कुछ दिनों से मुजफ्फरपुर में हो रही मौत ने लोगों को अचंभित और भयभीत कर दिया है। चार दिन में सिर्फ सिकंदरपुर स्थित मुक्तिधाम में 134 शव जलाये गये हैं। इतनी संख्या में लोगों की मौत कोरोना के संक्रमण से हो रहा है या कोई और कारण है यह तो स्पष्ट नहीं है , लेकिन सिकंदरपुर स्थित मुक्तिधाम में विगत पांच छह दिनों से जो शव जलाने के लिए आ रहे हैं वह आंकड़ा चौकाने वाला जरूर है। मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर स्थित मुक्तिधाम में अभी सुबह पांच बजे से रात भर शव पहुंचने का सिलसिला जारी है। दो चार लाश चिता पर जलते ही रहते हैं तबतक दो चार लाश और भी पहुंच जाते हैं। नगर निगम की ओर से मुक्तिधाम में तैनात किये गये कर्मी भी परेशान है। पहले निगम की ओर से सात कर्मचारी तैनात थे। इधर शव अधिक पहुंचने के कारण चार और कर्मचारी बढ़ा दिये गये हैं। अभी कोरोना के अलावे अन्य बीमारियों व स्वभाभिक मौत होने के बाद भी मुक्तिधाम में आनेवाले शव के साथ 10 से बारह लोग आते हैं। अस्पताल से कोरोना से हुए मौत के बाद आने वाले शव के साथ तो दो से तीन लोग ही आ पाते हैं. मुक्तिधाम के कर्मचारी ही शव को जलाते हैं। परिजन शव जलाने के लिये सभी खर्च के साथ एक मुस्त राशि वहां के कर्मचारी को दे देते हैं।

मुक्तिधाम में तैनात नगर निगम के कर्मचारी अशोक कुमार बताते हैं कि चार दिनों से इतना अधिक शव आ रहा है कि उन्हें घर जाने तक का मौका नहीं मिल पाया है । वे पांच रोज से लगातार इस श्मशान घाट में ही हैं। इतनी अधिक लाशें आते वे कभी नहीं देखे थे। पिछले साल कोरोना काल में मात्र एक दिन 18 शव आये थे। जो आश्चर्य का विषय बना हुआ था। इसबार तो हद ही हो गया है। रविवार को सुबह से रात 10 बजे तक 34 शव पहुंचे, शनिवार को सुबह पांच बजे से रात 10 बजे तक 41 शव का दाह संस्कार किया गया। शुक्रवार को 32 और गुरुवार को 37 शव आये थे। यह आंकड़ा सिर्फ मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर मुक्तिधाम का है। जबकि जिले में ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी क्षेत्रों तक हजारों श्मशान हैं जहां शव जलाये जाते हैं।

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