Tuesday, May 21 2024

1316 शिक्षकों पर लटक रही कार्रवाई की तलवार

FIRSTLOOK BIHAR 23:40 PM बिहार

नहीं जमा हुआ है नियोजन फोल्डर

प्रमाण पत्र जांच के लिए भेजना था निगरानी विभाग
जमुई : बिहार के जमुई जिले के सैकड़ों शिक्षकों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। इन शिक्षकों का नियोजन संबंधी फोल्डर जांच के लिए निगरानी विभाग को उपलब्ध नहीं हो सका है। जिसके कारण इन शिक्षकों की शैक्षणिक, प्रशैक्षणिक सहित अन्य दस्तावेजों की जांच नहीं हो पाई है। विभाग द्वारा सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से पंचायती राज संस्थान एवं नगर निकाय संस्थान अंतर्गत वर्ष 2006 से 2015 तक की अवधि में बहाल हुए वैसे शिक्षकों की सूची तलब की थी जिनका प्रमाण पत्र जांच के लिए निगरानी को सुपुर्द नहीं किया जा सका है। निर्देश के आलोक में अभी तक छह प्रखंडों ने डीईओ को रिपोर्ट समर्पित किया है। इस रिपोर्ट में 1316 शिक्षकों का नाम शामिल है। इसमें सबसे अधिक शिक्षक अलीगंज प्रखंड के हैं।

फोल्डर जमा करने में अलीगंज सुस्त

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा समर्पित रिपोर्ट के अनुसार अलीगंज प्रखंड में 410 शिक्षक का फोल्डर जांच के लिए निगरानी के सुपुर्द नहीं किया जा सका है। इसी प्रकार झाझा में 96, सिकंदरा में 397, बरहट में 248, सोनो में 145 और लक्ष्मीपुर में 20 शिक्षक का फोल्डर जमा नहीं हुआ है। हालांकि झाझा में लगभग 6 शिक्षकों की रिपोर्ट पूर्व में समर्पित किए जाने के बावजूद निगरानी द्वारा पुन: मांगे जाने की बात बताई गई है।

कई शिक्षक की हो चुकी है मौत, कई दे चुके हैं त्याग पत्र

रिपोर्ट के अनुसार कई शिक्षकों की मौत हो चुकी है। कई ने त्याग पत्र दे दिया है तो कुछ को सेवामुक्त भी किया जा चुका है। छह प्रखंड में 14 शिक्षक की मौत हो चुकी है। तीन को सेवा मुक्त, एक को बर्खास्त तथा पांच लंबे समय से अनुपस्थित पाए जा रहे हैं। इसके अलावा 189 शिक्षकों ने शिक्षक पद से त्यागपत्र दे दिया है। बताया जाता है कि इनमें कई शिक्षकों ने न्यायालय द्वारा दिए गए छूट की अवधि के दौरान त्याग पत्र नहीं दिया था। अलीगंज प्रखंड में 121 ने त्याग पत्र, तीन को सेवा मुक्त, छह की मृत्यु, एक लंबे से अनुपस्थित हैं। झाझा प्रखंड में दो शिक्षकों ने त्याग पत्र, एक को बर्खास्त, दो की मौत हो गई है जबकि एक अनुपस्थित हैं। इसी प्रकार सिकंदरा में 56 शिक्षकों ने त्याग पत्र दे दिया, जबकि छह की मृत्यु हो चुकी है और तीन लंबे समय से अनुपस्थित हैं।

शिक्षक के अलावा नियोजन इकाई भी सुस्त बन रहा है। जानकारों की माने तो बहाल शिक्षक सिर्फ खुद का शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र उपलब्ध् करा सकते हैं जबकि रोस्टर बिंदू, सत्यापित रोस्टर कॉपी, मेद्या सूची, अंतरिम मेद्या सूची नियोजन इकाई ही जमा करा सकता है। शिक्षकों द्वारा कई बार अपना प्रमाण पत्र जमा किया जा चुका है। हालांकि इस सच्चाई से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि फर्जीबाड़ा कर शिक्षक बने लोग भी इसमें बाधक बने हैं। फोल्डर जमा करने की बात आते ही ऐसे शिक्षक सक्रिय हो जाते हैं। बहरहाल, फोल्डर जमा नहीं करने वालों की सूची बनने से ऐसे फर्जी शिक्षकों में हडकंप मचा है।

राज्य मुख्यालय द्वारा फोल्डर जमा नहीं करने वालों की सूची मांगी गई थी। सूची को मुख्यालय भेजा जाएगा। रवि कुमार डीईओ, जमुई।

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