मोतिहारी : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से पूर्वी चंपारण सहित सभी जिलाधिकारी के साथ चमकी बुखार , कालाजार , जेई बीमारी की रोकथाम की गई तैयारियों की समीक्षा की।
सीएम ने कहा कि इस बीमारी के प्रति लोगों मे जागरूकता हेतु विशेष प्रचार-प्रसार कराया जाए, ताकि लोग इस बीमारी से जागरूक हों। बच्चों मे थोड़ा भी लक्षण होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में ले जाएं।
उन्होंन कहा कि प्रभावित इलाकों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सुदृढ़ कर लिया जाए। पीकू वार्ड को सुदृढ़ किया जाए।
पीएचसी पर सभी आवश्यक दवाइयों को स्टॉक कर लिया जाए।
ग्रामीण चिकित्सकों से लाइजनिंग कर इस बीमारी से ग्रसित बच्चों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर लाने हेतु प्रेरित करें।
एईएस का किट उपलब्ध हो यह सुनिश्चित किया जाय।
ओआरएस घोल को सभी प्रभावित क्षेत्रों में वितरित किया जाए।
आशा, आंगनबाड़ी सेविकाओं का प्रशिक्षण आदि देते हुए लगातार गांव में चौपाल करा कर लोगों को जागरूक किया जाए।
प्रभावित इलाकों के प्रत्येक गांव के लिए वाहनों को चिन्हित कर लोगों के मोबाइल में उसका नंबर सेव करा दिया जाए ताकि बीमारी के स्थिति में नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर बच्चों को पहुंचाया जा सके।
डॉक्टरों की उपस्थिति पीएचसी में हो यह सुनिश्चित कराया जाए।
जिलाधिकारी ने अपने जिले की तैयारियों के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा अभी तक एईएस के 2 केस सामने आया है।
उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर से सटे प्रखंड मे चमकी बुखार के केस मिलते हैं। चकिया में चमकी बुखार के इलाज हेतु पीकू वार्ड बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में चौपाल के द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई है।
बैठक में जिलाधिकारी के साथ उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।