सीतामढ़ी : सीतामढ़ी जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा ने मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक के निर्देशानुसार जेई एवं एईएस को लेकर समाहरणालय में स्वास्थ्य, शिक्षा, आईसीडीएस, जीविका आदि विभागों के वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कई दिशा निर्देश दिए। समीक्षा के क्रम उन्होंने एक सप्ताह के अंदर सदर अस्पताल स्थित 100 बेड की क्षमता वाली मातृ-शिशु अस्पताल को शुरू करने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि जेई एवम एईएस को लेकर चलाये जा रहे समस्त गतिविधियों की मॉनिटरिंग डीडीसी तरनजोत सिंह( भाप्रसे ) द्वारा की जाएगी। उन्होंने कहा कि व्यापक जागरूकता एवम ससमय इलाज के द्वारा हम पूर्ण रूप से चमकी को नियंत्रित कर सकते है। डीएम ने कहा कि अब तक चमकी बुखार के नानपुर में एक, बेलसंड में एक और रुन्नीसैदपुर में दो कुल चार मामले जिले में आये है, जिसे ससमय इलाज के द्वारा पूर्ण रूप से ठीक कर लिया गया है। उन्होंने निर्देश दिया कि एक बार पुनः सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अपने अपने संबधित आशा, एएनएम,आदि को वर्चुअल माध्यम से चमकी बुखार से सबंधित उन्मुखीकरण कार्यक्रम जरूर करें। उन्होंने जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना अंतर्गत टैग वाहनों की सतत मॉनिटरिंग करे ताकि पीड़ित बच्चे को ससमय इलाज हेतु नजदीकी अस्पताल में पहुँचाया जा सके। उन्होंने ऐसे सभी वाहनों को तत्काल भुगतान देने का भी निर्देश दिया।
डीएम ने कहा कि चमकी बुखार को लेकर क्या करें एवम क्या नही करें से संबधित बातों को आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका, आशा एवम जीविका दीदियां अपने-अपने क्षेत्र में व्यापक प्रचार प्रसार करें। पंपलेट ,बैनर,फ्लैक्स आदि के माध्यम से भी जागरूकता का निर्देश डीएम द्वारा दिया गया।उन्होंने कहा कि अच्छे कार्य करने वाले अधिकारियों एवम कर्मी को पुरस्कृत किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि चमकी बुखार से प्रभावित क्षेत्रो के लोगो की सामाजिक-आर्थिक सर्वे कर उन्हें राशन कार्ड,आवास,बच्चों को आंगनबाड़ी की सुविधाएं,ससमय एम्बुलेंस की उपलब्धता आदि की व्यवस्था करें, ताकि चमकी बुखार को जिले से समाप्त किया जा सके।समीक्षा के क्रम में यह पाया गया की सभी अस्पतालों में चमकी बुखार को लेकर बेड सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि चार विशेष रूप से प्रभावित प्रखंडो यथा रुन्नीसैदपुर, डुमरा,सोनवर्षा एवम नानपुर में वरीय अधिकारियों को मोनिटरिंग की जबाबदेही दी गई है। एम्बुलेंस के अतिरिक्त मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के लगभग 1100 वाहनों को भी टैग किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि यह एक गंभीर बीमारी है जो ससमय इलाज से पूरी तरह से ठीक हो सकती है। अत्यधिक गर्मी एवं नमी के मौसम में यह बीमारी फैलती है। 1 से 15 वर्ष तक के बच्चे इस बीमारी से ज्यादा प्रभावित होते हैं।