मुजफ्फरपुर : जिलाधिकारी के निर्देश पर अडॉप्ट अ विलेज कार्यक्रम के तहत अपने गोद लिए हुए पंचायतों में अधिकारियों ने किया भ्रमण किया।
अधिकारियों ने संबंधित पंचायत व गांव में बैठक की एवं डोर टू डोर भ्रमण कर एईएस (चमकी बुखार ) को लेकर लोगों को जागरूक किया।
अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि बच्चों को धूप में न खेलने दें
सेविका, सहायिका, आशा व जीविका दीदियों द्वारा जागरूकता अभियान के तहत निभाई जा रही है महत्वपूर्ण भूमिका
जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कमल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि सेविका, सहायिका, आशा, विकास मित्र व जीविका दीदियों द्वारा लगातार डोर टू डोर भ्रमण करते हुए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। कुपोषित एवं कमजोर बच्चों पर विशेष रूप से नजर रखी जा रही है ।
जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कमल सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी देते हुए बताया कि अडॉप्ट अ विलेज कार्यक्रम के तहत एईएस (चमकी बुखार ) पर प्रभावी नियंत्रण करने के मद्देनजर गोद लिए हुए पंचायतों में पदाधिकारियों ने आज उपस्थित होकर चमकी को लेकर सघन जागरूकता कार्यक्रम को चलाया । इस अभियान के तहत अधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा संबंधित पंचायतों में बैठकें की गई। साथ ही महादलित टोलों में भ्रमण करते हुए बच्चों एवं अभिभावकों को चमकी को लेकर जागरूक किया।
उनके द्वारा पंपलेट भी बांटे गए और पढ़कर भी सुनाए गये। संबंधित पदाधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों समुदायिक भवन, स्वास्थ्य केंद्रों आदि का भी निरीक्षण किया गया तथा आंगनवाड़ी सेविका, सहायिका एवं आशा को प्रेरित किया गया कि वे नियमित रूप से डोर टू डोर भ्रमण करते हुए आम लोगों को चमकी के प्रति जागरूक करना जारी रखें।
मालूम हो कि एईएस (चमकी बुखार) पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर जिला पदाधिकारी के निर्देश के तहत जिले के पंचायतों को गोद लिया गया है। जहां प्रत्येक शनिवार को अधिकारी एवं कर्मी पहुंचते हैं और एईएस ( चमकी बुखार) को लेकर उनके द्वारा सघन जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाता है।
अबतक एइएस के आये 25 मामले
इस संबंध में नोडल अधिकारी एईएस-सह- जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉक्टर सतीश कुमार ने बताया कि बढ़ते तापमान के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। सभी सम्बन्धित पदाधिकारियों को जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया है। कहा कि हालात पर पैनी नजर रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक कुल 25 मामले आये है जिसमें 13 मुजफ्फरपुर जिला का एवं शेष मामले अन्य जिलों के हैं। 02 मरीज अंडर ट्रीटमेंट में है वही 17 मरीज को डिस्चार्ज किया गया है जो स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। 04 बच्चों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हुई है। एक पूर्वी चंपारण,एक पश्चमी चंपारण और एक शिवहर और एक मुजफ्फरपुर जिला से सम्बंधित हैं।