Tuesday, May 21 2024

पुलिस को धक्का देकर चेक पोस्ट से ट्रक भगाने वाले इंट्री माफिया गिरफ्तार, भेजा गया जेल

FIRSTLOOK BIHAR 22:13 PM बिहार

रजौली(नवादा) : वाहन जांच के दौरान पकड़े गए दो ओवरलोड गिट्टी लदे ट्रक को चेक पोस्ट के पार्किंग से भगाने वाले आरोपी अकबरपुर के माखर के मुखिया को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया। शनिवार की देर रात पुलिस ने अकबरपुर थाना क्षेत्र के फरहा गांव से पहले इंट्री माफिया के कार्यालय पर छापेमारी कर वहां से तथाकथित मुखिया अरुण कुमार को गिरफ्तार कर लिया।

चेकपोस्ट से ले भागा था ट्रक

थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर दरबारी चौधरी ने बताया कि शुक्रवार को जांच के दौरान प्रशासन द्वारा झारखंड की ओर से आने वाले गिट्टी लदे 2 ओवरलोड ट्रकों को चितरकोली चेक पोस्ट पर जब्त कर लिया गया था। जिसे उसी दिन रात में लगभग 11 बजे इंट्री माफिया अरुण कुमार अपने गुर्गों के साथ चेक पोस्ट पर परिवहन विभाग के पार्किंग स्थल पर सुरक्षा में तैनात होमगार्ड जवानों के साथ धक्का-मुक्की करते हुए ट्रक लेकर भाग निकले। लेकिन प्रशासन व पुलिस की सक्रियता से एनएच-31 पर रजौली बाईपास के कुछ दूर आगे से पकड़ लिया गया।

चेक पोस्ट पर ड्यूटी में तैनात जवान के बयान पर इंट्री माफिया अरुण कुमार के विरुद्ध रजौली थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। ओवरलोड ट्रकों को एनएच से जब्त करने के बाद प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करनी शुरु की। अंततः पुलिस के हाथ सफलता लगी और पुलिस ने छापेमारी के दौरान मुखिया अरुण कुमार को फरहा गांव के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। कड़ी पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया है।

बिना कागजात का कोई ट्रक अरुण की इजाजत के बिना एनएच नहीं पास कर सकता

जानकार सूत्रों का कहना है कि तथाकथित अपने आप को मुखिया बताने वाले इंट्री माफिया अरुण कुमार नवादा जिले के मशहूर इंट्री माफिया के नामों में चर्चित हैं। नवादा जिले की सीमा से लेकर नालंदा जिले के सीमा से तक बिना कागजात के कोई ट्रक अगर सामान लेकर जा रहा है तो बिना अरुण कुमार के इशारों पर वह एनएच पर चल नहीं सकता है। अगर कोई ट्रक मालिक इंट्री माफिया अरुण कुमार से बिना पासिंग लिए हुए अपने ट्रक को बिना चालान व गलत सामान लेकर इस जिला से प्रवेश करता है तो उसे काफी महंगा पड़ जाता है।

अरुण को तीन हजार रुपया देकर ही पास करता ट्रक

नवादा जिला के सीमा से नालंदा जिला के सीमा तक ट्रक को पार कराने के लिए एक ट्रक का इंट्री फीस 3 हजार रुपए अरुण को देकर जाना होता है। जानकारों का यह भी कहना है कि तथाकथित मुखिया और इंट्री माफिया अरुण कुमार की प्रतिदिन की आमदनी 2 लाख रुपए के आसपास है। इससे सहज अंदाजा लगा सकते हैं कि इंट्री माफिया की महीनों की कमाई करोड़ों में है। ये रुपए के बल पर कानून को अपने पैरों तले कुचलने की हमेशा कोशिश करते हैं। पहली बार पुलिस ने किसी बड़ी मछली को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। इंट्री माफिया अरुण कुमार की गिरफ्तारी से इंट्री माफिया के बुनियाद की जड़ें हिल गई है। लोगों का कहना है कि रजौली चेक पोस्ट से लेकर नवादा तक छोटे-बड़े इंट्री माफियाओं की संख्या का अनुमान लगाना मुश्किल है।

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