इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने ऐलान किया है कि अयोध्या के धन्नीपुर गांव में बनने वाली मस्जिद और अस्पताल का नाम स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी मौलवी अहमदउल्लाह शाह फैजाबादी के नाम पर रखा जाएगा। श्री फैजाबादी का निधन 164 साल पहले हो गया था। रामजन्म भूमि को लेकर लंबे समय से चल रहे विवाद का निपटारा करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में मस्जिद बनाने के लिए पांच एकड़ जमीन देने का फैसला सुनाया था।
इतिहासकारों के मुताबिक स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी मौलवी अहमदुल्ला शाह फैजाबादी हिंदू - मुस्लिम एकता के बड़े पैरोकार थे। उन्हें फैजाबाद की गंगा - जमुनी तहजीब का पैरोकार माना जाता था। उन्होंने अवध को ब्रिटिश सरकार से आजाद कराए जाने के लिए आंदोलन चलाया था।
ब्रिटिश सेना में उनके खौफ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनकी मौत के बाद उनका सिर और धड़ अलग - अलग स्थान पर दफनाया गया था। अंग्रेजों को डर था कि कहीं उनकी कब्र पर लोग मकबरा न बना दें।
मौलवी अहमदुल्लाह शाह फैजाबादी ने 1857 के आजादी की जंग में कई राजघरानों को मदद की थी। स्वतंत्रता संग्राम में उनके असीम सहयोग और साहस के लिए उन्हें लाइट हाउस ऑफ इंडिपेंडेंस की उपाधि से भी नवाजा गया था।