Friday, May 17 2024

बिहार में दरभंगा जंक्शन ब्लास्ट की जांच को पहुंची एनआइए की टीम

FIRSTLOOK BIHAR 20:48 PM बिहार

घटनास्थल पर जांच के साथ आईजी से मिलने के बाद रेल थाना के अधिकारियों से ले रही जानकारी

दरभंगा : बिहार के चर्चित दरभंगा ब्लास्ट की जांच करने एनआईए की टीम शुक्रवार को दरभंगा पहुंची। जंक्शन पर कपड़े की गांठ में रखी छोटी शीशी में हुए ब्लास्ट की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की टीम ने पहुंचते ही शुरू कर दी।

सबसे पहले पहुंचे आइजी कार्यालय

सबसे पहले टीम के अधिकारियों ने मिथिला प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक अजिताभ कुमार से मुलाकात की। इस दौरान काफी देर तक बंद कमरे में अधिकारियों के बीच बातचीत हुई। सूत्रों के मुताबिक आइजी कार्यालय में एनआइए अधिकारियों को आतंकी घटनाओं में दरभंगा से अबतक गिरफ्तार संदिग्धों के बारे में जानकारी दी गई। कई अन्य सुरक्षात्मक बिंदुओं पर भी जानकारी दी गई। हालांकि इस संबंध में मीडिया के साथ कुछ भी शेयर नहीं किया गया।

एनआईए की दो सदस्यीय टीम जीआरपी के अधिकारियों से की बिंदुबार पूछताछ

एनआईए की दो सदस्यीय टीम ने स्थानीय जंक्शन पर घटनास्थल पर पहुंच कर जांच किया। इस दौरान जीआरपी के अधिकारी व कर्मियों से विभिन्न बिंदुओं पर पूछताछ की। साथ ही सीसी कैमरों के फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। हालांकि, इस दौरान टीम ने क्या जानकारी प्राप्त की और जांच के दौरान किन-किन सवालों के जवाब ढूंढे गए इसकी भी जानकारी साझा नहीं की गई है।

अबतक पकड़े जा चुके हैं छह संदिग्ध

घटना में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए जीआरपी और एटीएस की टीम लगातार हैदराबाद और सिकंदराबाद में कार्रवाई कर रही है। हैदराबाद और सिकंदराबाद में चल रही कार्रवाई के दौरान चार लोग हिरासत में लिए गए । वहीं यूपी एटीएस द्वारा भी शामली से दो लोगों को हिरासत में लिए जाने की बात सामने आई है। इन सबके बीच घटना की गंभीरता और आतंकी कनेक्शन की संभावनाओं के मद्देनजर एनआइए की टीम इस मामले की जांच में लगी है।

यह है घटनाक्रम

जानकारी हो की 17 जून 2021 को सिकंदराबाद से दरभंगा जंक्शन पर पहुंची सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस के पार्सल वैन से उतारे गए रेडीमेड कपड़े के एक पैकेट (गांठ) में अचानक से ब्लास्ट हो गया था। ब्लास्ट के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई थी। हालांकि, घटना में कोई हताहत नहीं हुआ था। 18 जून को दरभंगा जंक्शन से मुजफ्फरपुर एफएसएल की टीम ने सैंपल लियाथा । लेकिन, जांच रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं होने के बाद जीआरपी ने कोलकाता स्थित केंद्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला को जांच के लिए सैंपल भेजा था। अभी कोलकाता से जांच रिपोर्ट आनी शेष है।

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