Friday, May 17 2024

कोरोना काल में भी संस्थागत प्रसव की संख्या कम नहीं हुई

FIRSTLOOK BIHAR 11:45 AM बिहार

मातृ-शिशु अस्पताल में तीसरे लहर से बच्चों को बचाने के लिए दिये जा रहे हैं महत्वपूर्ण सुझाव

शिवहर : कोरोना वायरस से लोगों को बचाने के लिए जिला में काफी तेज गति से टीकाकरण किया जा रहा है।  इस परिस्थिति में अन्य स्वास्थ्य सेवाओं पर कोई असर नहीं हो इसका भी ध्यान रखा जा रहा है । कोरोना के इस विषम परिस्थिति में प्रसव गंभीर विषय है। लेकिन मातृ-शिशु अस्पताल में पहले की तरह ही महिलाओं के प्रसव हो रहे हैं। इसके अलावा तीसरे लहर से बच्चों को बचाने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये जा रहे हैं। लेबर इंचार्ज अनीता कुमारी बताती हैं कि, प्रसव की सुविधा यहां पहले की तरह ही अनवरत चल रही है। विषम परिस्थिति में भी लोगों को संस्थागत प्रसव के प्रति जागरूक किया जा रहा है ।

नवजात की सुरक्षा जरूरी

अनीता ने बताया कि कोरोना के संभावित तीसरे लहर से नवजात शिशुओं को बचाने के लिए सावधानी और सतर्कता जरूरी है। इसके लिए नवजात शिशु को ज्यादा लोगों के संपर्क में आने से रोकना चाहिए। बच्चे को जितने कम लोग हाथ में लेंगे, उतना ही अच्छा होगा। मां के लिए भी यह बेहद जरूरी है कि वह अपने हाथों को बार-बार धोती रहें। नवजात शिशु को दूध पिलाते समय भी मां मास्क पहने ताकि उसे इन्फेक्ट होने से बचाया जा सके। 

दूसरी लहर में हुए हैं 1030 प्रसव

अनीता कुमारी ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भी यहां काफी संख्या में बच्चों की किलकारियां गूंजी। मार्च से मई तक मातृ-शिशु अस्पताल में कुल 1030 प्रसव हुए हैं। मार्च में 387, अप्रैल में 364 और मई में 279 महिलाओं का सफल व सुरक्षित प्रसव हुआ। अनिता ने बताया चौबीस घंटे एंबुलेंस, डॉक्टर व नर्स की मौजूदगी प्रसव की संख्या को गिरने नहीं देती है। जितना ध्यान कोरोना संक्रमण के बचाव में दिया जाता है, समान ध्यान और सुविधाएं प्रसव के लिए भी दिया जाता है। 

नियमित टीकाकरण भी जारी

मातृ-शिशु अस्पताल में पहले की तरह गर्भवती महिलाओं और बच्चों का टीकाकरण जारी है। एक तरफ कोरोना से बचाने के लिए टीकाकरण किया जा रहा है। वहीं मातृ-शिशु अस्पताल में नियमित रूप पड़ने वाला टीका भी दिया जा रहा है। उन्होंने बताया नियमित टीकाकरण के तहत सभी टीके उपलब्ध हैं ।

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