तीसरी लहर से बचाव के लिए जागरूक हैं महिलाएं
मोतिहारी : मोतिहारी शहर के सदर अस्पताल, प्रखण्ड स्वास्थ्य केन्द्र, के साथ कई राजकीय मध्य विद्यालयों में कोविड-19 जाँच व टीकाकरण के लिए पंजीकरण कर 18 वर्ष से ऊपर के लाभार्थियों को टीका दिया जा रहा है। 18 वर्ष से ऊपर के लोगों के हो रहे टीकाकरण से काफी खुश हैं युवा। वहीं टीकाकरण केंद्रों पर महिलाओं की भी भीड़ देखी जा रही है।
18 वर्ष से ऊपर के लोगों का आसानी से हो रहा है टीकाकरण
मोतिहारी वार्ड नं 17 के युवा शिक्षक अभ्यर्थी संघ के सुबोध कुमार का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए कोविड का टीकाकरण बेहद आवश्यक है। अब हमारे जिले में युवाओं के लिए आसानी से टीका उपलब्ध हो जा रहा है। दोनों प्रकार के टीके भी उपलब्ध हैं, दूसरे डोज़ के समय से न मिलने की समस्या भी अब नहीं है। इन सभी सुविधाओं को देखकर व घरों के आसपास लग रहे कैम्प देख जिले के युवाओं में खासा उत्साह है।
जागरूकता के साथ हो रहा है टीकाकरण
कोविड19 से शहर वासियों के बचाव के लिए स्वास्थ्य केंद्रों व आंगनबाड़ी केंद्रों पर जाँच के साथ कोविड टीकाकरण किया जा रहा है। जिले में कोविड 19 टीकाकरण में रफ्तार बढ़ाने के उद्देश्य से सदर अस्पताल के साथ 27 प्रखंडों के स्वास्थ्य केंद्रों व आंगनबाड़ी केंद्रों के अलावा टीका वैन , द्वारा जगह - जगह घूमकर लोगों को कोविड टीका की जानकारी देकर लक्ष्य प्राप्ति के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए 45 वर्ष से ऊपर के साथ 18 वर्षों से ऊपर के लाभुकों का भी टीकाकरण किया जा रहा है ।
पहले की अपेक्षा लोगों में बढ़ी जागरूकता
केयर हेल्थ मैनेजर रजनीश पाण्डे ने बताया कि लोगों में पहले की अपेक्षा जागरूकता बढ़ी है। लोग जागरूकता के कारण कोविड 19 की तीसरी लहर से बचाव के लिए अब टीकाकरण में जोश दिखा रहे हैं। 18 वर्ष से ऊपर आयुवर्ग के लोगों का टीकाकरण का कार्य पुनः तेज गति में हो रहा है। टीका से वंचित लोग घबराए नहीं वे अपनी बारी का इंतज़ार करें। साथ ही जगह जगह कैम्प भी लगाया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देश के बाद टीका वैन द्वारा प्रचार प्रसार के कारण लोगों में कोविड टीका लेने में रुचि दिखाई दे रही है ।
कोविड19 की तीसरी लहर से बचाने के लिए समय पर टीकाकरण जरूरी
पूर्वी चम्पारण के सिविल सर्जन डॉ अखिलेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया अभी भी कोरोना का दौर खत्म नहीं हुआ है। लोग सावधान रहें। टीकाकरण के साथ लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें। उन्होंने बताया कि सभी अस्पतालों के चिकित्सा पदाधिकारियों व स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना के मरीजों के लिए हर प्रकार की दवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं । किसी प्रकार की दिक्कत होने पर तुरंत जिला अस्पताल से सम्पर्क करने को कहा गया है । सदर अस्पताल के कोरोना आइसोलेशन सेंटर पर कंट्रोल रूम भी खोले गए हैं जिसमें लगातार स्वास्थ्य कर्मी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। यहाँ ऑक्सीजन के साथ साथ अन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। कंट्रोल रूम खोले गए हैं ताकि जरूरत पड़ने पर कभी भी सम्पर्क कर दवाओं के साथ इलाज की अन्य जानकारी लोग ले सकें। कोरोना के मरीज मिलने पर जांच करने के बाद उन्हें होम क्वारंटाइन किया जा रहा है। वहीं गंभीर स्थिति में सदर अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में मरीजों का इलाज किया जा रहा है ।
टीकाकरण के बाद भी करना है कोरोना प्रोटोकॉल का पालन
टीकाकरण व कोरोना प्रोटोकॉल के पालन का ही परिणाम है कि वर्तमान स्थितियों में काफी सुधार हुआ है। अस्पतालों के सभी बेड आज लगभग खाली हैं । गुरुवार को जिले में मात्र 7 कोरोना के मरीज पाए गए हैं। अभी संक्रमण दर 1.45 है, वही रिकवरी दर 97.46 है । एक्टिव केसों की संख्या मात्र 137 है। 97 लोग होम आइसोलेट है, प्रथम डोज़ 623590 लोगों ने लिया वहीं दूसरा डोज़ 69347 लोगों ने लिया है। अभी तक कुल 692937 टीका लोगों को दिया गया है। जिले में 955 बेड है जिनमें 23 मरीज भर्ती किए गए हैं। सिविल सर्जन ने कहा- जब तक सभी लोगों का टीकाकरण नहीं हो जाता कोरोना काल में सावधानी बरतने की जरूरत है । कोरोना से डरने की नहीं बल्कि सावधानी पूर्वक लड़ने की आवश्यकता है। बिना कारण भीड़ भाड़ में न जाएं ।
टीकाकरण के बाद भी निम्न कोविड प्रोटोकॉल का करते रहें पालन:-
अपनी बारी आने पर टीकाकरण अवश्य कराएं ।
मास्क का प्रयोग अवश्य करें।
हाथों को बार-बार पानी और साबुन से धोएं या सैनिटाइज करें ।
परस्पर सामाजिक दूरी बनाकर रखें।
कार्य के दौरान अति आवश्यक वस्तु को ही छूएँ ।
अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। घरों में सुरक्षित रहें।