Tuesday, May 21 2024

ग्यारह हजार वोल्ट वाहक तार के चपेट में आने से बिजली मिस्त्री की मौत

FIRSTLOOK BIHAR 23:03 PM बिहार

आक्रोशित लोगों ने कौवाकोल पथ को किया  जाम

रोह नवादा: रोह थाना क्षेत्र के कोशी-रूखी मोड़ के पास पोल पर ही ग्यारह हजार बोल्ट में आने से बिजली मिस्त्री छब्बीस वर्षीय अखिलेश कुमार की मौत हो गई। मृतक पकरीबरावां थाना क्षेत्र के भगवानपुर गॉंव का निवासी शंकर यादव का पुत्र है।

 घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर दिया। घटना के बाद सम्बंधित विभाग के स्थानीय अभियंता का फोन नॉट रिचेबल तथा पावर हाउस के कर्मी पावर हाउस में ताला जड़ कर फरार है। जिसके कारण लोगों में और आक्रोश और बढ़ गया। वहीं आक्रोशित लोगों ने जाम में फंसे कई बाईक सवार के मारपीट किया। तथा पुलिसकर्मियों पर भी पथराव की कोशिश किया। वहीं वहीं प्रदर्शकारियों को समझाने पहुंचे बिजली विभाग के एसबीओ मकेश्वर यादव के साथ मारपीट किया। किसी तरह भागकर जान बचाये। 

पोल पर ही हो गयी मौत

जानकारी के अनुसार कोशी कृषि फिटर में बिजली सुबह से नहीं थी। सट डाउन लेकर लाइन चेक करने के उपरांत रोह-रूपौ पथ के किनारे कोशी-रूखी मोड़ के पास स्थित पोल पर मिस्त्री अखिलेश कुमार कृषि फिटर का तार जोड़ने के लिये चढ़ा। कुछ ही मिनटों के बाद बिजली आ गई। जिसके कारण उक्त मिस्त्री पोल पर ही झुलस कर दम तोड़ दिया। घटना स्थल के पास ही उसका पल्सर बाईक बीआर 27 एम -3170 भी लगी हुई है। सटडाउन लेने के बाद भी बिजली कैसे आ गई। यह विभाग के कोई भी कर्मी बताने को तैयार नहीं है। परन्तु इतना तो सच है कि पावर हाउस के लाइनमैन इसके लिए पूरी तरह जिम्मेदार है। ऐसे बताया जा रहा है कि बिजली कटने के बाबजूद तार से विधुत प्रवाह जारी रहता है। यह भी मौत का कारण बन सकता है।

घटना स्थल पर पहुंची पुलिस

सूचना मिलते ही रोह पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। पर प्रदर्शनकारी विभाग के एसडीओ को बुलाने की मांग कर रहे थे। मृतक के लाश को काफी मशक्कत के बाद छह घण्टे बाद पोल से नीचे उतारा गया। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए नवादा भेज दिया गया। इसके पूर्व घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और उसके परिजन भी घटना स्थल पर पहुंच गए। और सड़क जाम कर दिया। जिसके कारण दोनों ओर लगभग तीन-तीन किलोमीटर तक गाड़ियों की लम्बी-लम्बी कतार लग गई। प्रदर्शनकारिओं ने कई बाइक सवारों के साथ मारपीट भी किया।और पुलिस पर पथराव करने की भी कोशिश किया। जाम के कारण लोगों को कड़कड़ाती धूप में भारी का सामना करना पड़ा। खाशकर बच्चों को काफी परेशानी हुई। काफी मशक्कत और आश्रितों को उचित मुआवजा राशि दिए जाने के आश्वासन के बाद जाम हटा। तब लगभग छह घण्टे बाद यातायात सामान्य हुई। और आम लोगों ने राहत की सांस लिया।

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