Tuesday, May 21 2024

बिहार के बांका रेफरल अस्पताल में डाॅक्टर को घसीट घसीटकर पीटा

FIRSTLOOK BIHAR 23:09 PM बिहार

आक्रोशित लोग इलाज में जल्दीबाजी का बना रहे थे दवाब

भीड़ ने एंबुलेंस में लाकर चिकित्सक को किया बंद, अस्पताल में तोड़फोड़
अमरपुर ( बांका ): सड़क दुर्घटना में घायल तीन लोगों को इलाज के लिए रविवार को रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया। सड़क दुर्घटना में महगामा निवासी तीन घायलों का इलाज कर रहे आयुष चिकित्सक डा.ज्योति भारती को लोगों ने दौड़ा-दौडाकर पीटा । जिसमें डा.ज्योति अस्पताल परिसर से भाग कर गायत्री शक्तिपीठ में छुपकर अपनी जान बचायी। चिकित्सक की पिटाई की घटना मामले में लगभग एक घंटे तक अस्पताल में अफरातफरी का माहौल बना रहा। आक्रोशित लोगों ने तोड़फोड़ भी की है। बाद में एसीएमओ डा अभय चौधरी, अस्पताल प्रभारी डा सुनील चौधरी और हेल्थ मैनेजर सुनील चौधरी अस्पताल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। आदेशपाल से केस के लिए आवेदन थाने भेजने पर थानाध्यक्ष ने लेने से इन्कार कर दिया।

जानकारी के अनुसार अमरपुर-बांका मुख्य मार्ग में कुंडा पुल के समीप ट्रक की चपेट में आने से महगामा गांव के मो सुहेल, मो गौस एवं मो आदिल जख्मी हो गए। तीनों एक ही बाइक पर सवार होकर इंग्लिशमोड़ चौक से वापस घर लौट रहे थे। इसी क्रम में सामने से तेजगति से आ रही ट्रक का गुल्ला टूट गया। जिससे ट्रक अनियंत्रित होकर बाइक में ठोकर मार दिया। परिजनों ने तीनों जख्मी को स्थानीय लोगों की मदद से इलाज के लिए रेफरल अस्पताल लाया।

जल्दी से इलाज करने का दबाव बनाते हुए डाॅक्टर की कर दी पिटाई

अस्पताल में ड्यूटी में तैनात डा. ज्योति भारती ने उपचार शुरू भी कर दिया। इसी बीच जख्मी के साथ आए सैकड़ों की संख्या में लोगों ने डा.ज्योति भारती को जल्दी से इलाज करने का दबाव बनाने लगे। इसी बीच भीड़ में मौजूद एक युवक डा.ज्योति भारती की पिटाई करना शुरू कर दिया। जिससे भीड़ उग्र होकर डाॅक्टर को मारना पीटना शुरु कर दिया। भीड़ से बचते हुए चिकित्सक प्रसव कक्ष की ओर भागे।

घसीटकर डाॅक्टर को एंबुलेंस में बंद कर दिया

उग्र भीड़ ने प्रसव कक्ष जाकर मारपीट कर घसीटते हुए अस्पताल के पोर्टिको में खड़ी एंबुलेंस में लाकर बंद कर दिया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डा.ज्योति एंबुलेंस से उतरकर गायत्री शक्तिपीठ में जाकर जान बचाई। डाक्टर को भागते देख भीड़ पीछा करते हुए गायत्री शक्तिपीठ के समीप पहुंच गई। यहां स्थानीय लोगों ने आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया। वहीं, गंभीर रूप से तीनों जख्मी को बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर कर दिया गया है। हालांकि सूचना पाकर थानाध्यक्ष मो.सफदर अली ने अस्पताल पहुंचकर आक्रोशित लोगों को शांत किया। थानाध्यक्ष ने कहा कि डाॅक्टर का पता आवेदन में अधूरा रहने पर पूरा नाम देने के लिए कहा गया। केस नहीं लेने की बात गलत है।

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