Monday, May 20 2024

गया एयरपोर्ट को अंतरर्राष्ट्रीय दर्जा दिलाने के लिए केंद्र सरकार को भेजा गया प्रस्ताव: पर्यटन मंत्री

FIRSTLOOK BIHAR 23:14 PM बिहार

फल्गु नदी पर रोपवे बनाने का कोई प्रस्ताव पर्यटन विभाग के पास विचाराधीन नहीं

गया : बिहार के पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद ने कहा कि बोधगया और गया को लेकर एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का होना जरूरी है। अभी जो वर्तमान में गया एयरपोर्ट का रनवे और आसपास का इलाका बहुत ही कम है। वर्तमान में गया एयरपोर्ट के पास मात्र 750 फीट रनवे है। इसलिए इसका विस्तार करने के लिए भूमि अधिग्रहण करने की जरूरत है। पर्यटन दृष्टिकोण से पहले 9500 फीट रनिंग फीट का प्रारूप तैयार किया गया था। लेकिन वह भी कम पड़ रहा था। इसलिए 12 हजार रनिंग फीट जमीन की जरूरत होगी। इसका प्रारूप तैयार कर प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है। उक्त बातें रविवार को परिसदन में संवाददाता सम्मेलन में पर्यटन मंत्री ने कही। मंत्री ने कहा कि जितनी भूमि की जरूरत है। उसके लिए 400 भू-मालिकों से भूमि अधिग्रहण किया गया है। लेकिन कुछ भू-मालिक उच्च न्यायालय में याचिका दायर किया है। जल्द हीं राज्य सरकार अपना पक्ष रखकर भूमि अधिग्रहण करने का कार्य पूरा कर लेगी।

एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय दर्जा प्राप्त होगा तो बहुत लाभ मिलेगा

मंत्री ने कहा कि गया एयरपोर्ट को जब अंतरर्राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त हो जाएगा तो बौद्ध् सर्किट से जुड़े सभी देशों का इंटरनेशनल विमान का आवागमन होगा। इससे गया के लोगों को लाभ मिलने वाला है।

मंत्री ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार बोधगया और आसपास के क्षेत्रों को विकसित कर रही है। पर्यटन सूचना केंद्र को अत्याधुनिक सुविधा लैस होगी।इस पर 94 लाख रुपये खर्च कर रही है। बोधगया में पर्यटकों के लिए दो हजार और 500 लोगों के बैठने के लिए कन्वेंशन हाल का निर्माण अंतिम चरण में है। जहां इंटरनेशन सम्मेलन हो सकते हैं। इस पर करीब 1 अरब 45 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। इसके निर्माण का करीब 87 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है।

अतिथिशाला का हो रहा है निर्माण

मंत्री ने कहा कि बोधगया में अतिथिशाला का भी निर्माण हो रहा है। इसके लिए तीन एकड़ भूमि अधिग्रहण किया गया है, जो उच्च क्वालिटी का अतिथिशाला होगा। जो 100 बेड का होगा। मंत्री ने कहा कि बोधगया और आसपास आने वाले पर्यटकों की सुविधा का ख्याल रखते हुए चार बड़े होटल को सरकार लीज पर देने वाली है। इसमें होटल विष्णु, होटल सिद्धार्थ, होटल बुद्धा और होटल सुनीता शामिल है।

बौद्ध् सर्किट से जोड़ने पर विचार करेगा विभाग

एक सवाल के जबाव में मंत्री ने कहा कि बोधगया के अलावा जो भी पर्यटक स्थल विकसित होगा। उसे बौद्ध् सर्किट से जोड़ा जाएगा। इसमें वजीरगंज का कर्किहार, गुनेरी को भी विकसित की जाएगी। इसके अलावा आस्था का केंद्र मां मंगलागौरी, बांकेधाम स्थल को भी विकसित करने पर सरकार विचार कर सकती है। फल्गु नदी पर रोपवे के सवाल पर मंत्री ने कहा कि उनके पास गया के फल्गु या फिर किसी भी पहाड़ पर रोपवे बनाने का कोई प्रस्ताव नहीं आया है। कोरोना काल में 34 प्रोजेक्ट को विभाग ने मंजूरी दी है। इसमें गया के बेलागंज के कोटेश्वर धाम के विकास के लिए आठ करोड़ रुपये स्वीकृत की गई है।

पितृपक्ष मेला शुरु करने पर कोई विचार नहीं

मंत्री से पूछा गया कि क्या इस वर्ष गया में पितृपक्ष मेला शुरु होगा। इस पर कहा कि कोरोना काल में तीसरी लहर की आहट सुनाई दे रही है। अभी तक पितृपक्ष मेला शुरु करने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।कोरोना काल में पर्यटन व्यवसाय दम तोड़ रही हैं, तो क्या पर्यटन विभाग कोई राहत की पैकेज देगी। इस पर मंत्री चुप्पी साध गए। पिछले दो साल से कोरोना का संकट है। संकट खत्म होगा तो व्यवसाय खुद चलने लगेगा।

Related Post