Friday, May 17 2024

प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह ने सीयूएसबी के नए कुलपति पद पर कार्यभार किया ग्रहण 

FIRSTLOOK BIHAR 23:25 PM बिहार

टिकारी टट : दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के नए कुलपति के रूप में सोमवार को प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह ने पदभार ग्रहण किया। सीयूएसबी के जन संपर्क पदाधिकारी मो मुदस्सीर आलम ने बताया कि वर्तमान कुलपति प्रो. हरीश चंद्र सिंह राठौर ने कुलसचिव कर्नल राजीव कुमार सिंह और विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में प्रो. के.एन. सिंह को कार्यभार सौंपा। दोनों कुलपति के औपचारिक कार्यभार ग्रहण एवं विमुक्ति के दस्तावेज़ के आदान-प्रदान के पश्चात प्रो. सिंह ने सीयूएसबी के पूर्णकालिक तीसरे कुलपति के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। 

सीयूएसबी के कुलपति के रूप में प्रो कामेश्वर नाथ सिंह की नियुक्ति भारत के महामहिम राष्ट्रपति एवं विश्वविद्यालय के कुलाध्यक्ष रामनाथ कोविंद द्वारा की गई है। 22 जुलाई को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने प्रो. के.एन. सिंह की सीयूएसबी के कुलपति के रूप में नियुक्ति का पत्र जारी किया था। नियुक्ति पत्र के अनुसार प्रो. के.एन. सिंह को पदभार ग्रहण करने की तारीख से पांच साल के लिए नियुक्त किया गया है और 26 जुलाई से कार्यभार ग्रहण करने के साथ नए कुलपति का कार्यकाल अगले पांच वर्ष के लिए शुरू हो गया।

विदाई समारोह में अपनी छह साल की यादों को साझा किया

इससे पूर्व सोमवार की सुबह निवर्तमान कुलपति प्रो. एच.सी.एस. राठौर ने विवि के विवेकानंद लेक्चर हॉल परिसर में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान अपना विदाई भाषण दिया। कार्यक्रम के दौरान प्रो. राठौर अपने लगभग छह साल की लंबी यात्रा और खट्टे-मीठे पलों को साझा करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने पूरे विश्वविद्यालय परिवार के प्रति आभार व्यक्त किया और सीयूएसबी को क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थानों में स्थापित करने और विभिन्न रैंकिंग में अपना स्थान पाने के लिए उनके प्रयासों की सराहना की।  

दूसरे पूर्णकालिक कुलपति के रूप में पदभार ग्रहण किये थे राठौर

ज्ञात हो कि सीयूएसबी के संस्थापक कुलपति प्रो. जनक पांडेय का कार्यकाल 2 मार्च 2009 को शुरू हुआ था जो 28 फरवरी, 2014 को समाप्त हुआ। प्रो. देबदास बनर्जी 01 मार्च, 2014 से 04 अगस्त 2015 के दौरान विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति थे और 05 अगस्त 2015 को प्रो. एच.सी.एस. राठौर ने सीयूएसबी के दूसरे पूर्णकालिक कुलपति के रूप में पदभार ग्रहण किया । हालांकि उनका कार्यकाल 4 अगस्त, 2020 को समाप्त हो गया था। लेकिन मंत्रालय द्वारा उनके कार्यकाल को विश्वविद्यालय के नए कुलपति के पदभार ग्रहण करने की तिथि तक बढ़ा दिया गया था ।

प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह का प्रोफाइल एक नजर

सीयूएसबी में कुलपति के रूप में पदभार ग्रहण करने से पहले प्रो के. एन. सिंह उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, इलाहाबाद के कुलपति थे। उससे पहले वह दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (डीडीयूजीयू), गोरखपुर के भूगोल विभाग के प्रमुख थे । प्रो. सिंह, डीडीयूजीयू, गोरखपुर में दीन दयाल उपाध्याय अनुसंधान अध्यक्ष के संस्थापक निदेशक रहे हैं । प्रो. सिंह के पास शिक्षण, प्रशासन, प्रशिक्षण, अनुसंधान और विकास के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शोध परियोजनाओं पर कार्य करने का अनुभव है। प्रो. सिंह ने भारतीय और जर्मन शहरों के शहरी फ्रिंज अध्ययन नामक एक संयुक्त शोध परियोजना में रुहर विश्वविद्यालय, बोचुम, जर्मनी में इंस्टीट्यूट ऑफ ज्योग्राफी एंड इंस्टीट्यूट फॉर डेवलपमेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट पॉलिसी में एक शोध सहयोगी के रूप में काम किया है। उन्होंने स्वर्गीय प्रो. के.एच. हॉट्स के मार्गदर्शन में जर्मनी के साथ - साथ नीदरलैंड, बेल्जियम एंड लक्सेम्बर्ग के कई इलाक़ों में वृहत स्तर पर क्षेत्र सर्वेक्षण किया है। प्रो. सिंह ने मुख्य रूप से पर्यावरण, क्षेत्रीय विकास और मूल्य आधारित शिक्षा के क्षेत्र में योगदान दिया है । उन्होंने नेशनल एसोसिएशन ऑफ जियोग्राफर्स ऑफ इंडिया (एनएजीआई) के उपाध्यक्ष और उत्तर भारतीय भूगोलविदों के संघ के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया है।

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