आज अस्पताल प्रबंधन कमेटी करेगी निर्णय ट्रायल फ्री होगा या लगेगी फीस
पटना: इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में कैंसर मरीजों की बहुप्रतीक्षित पेट स्कैन जांच शुआ हो गया है । ट्रायल के पहले दिन ही 5 मरीजों का पेट स्कैन किया गया।
आईजीआईएमएस के स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट में यह नया मशीन लगाया गया है। वर्तमान में राजधानी के महावीर कैंसर इंस्टिट्यूट के अतिरिक्त दो अन्य निजी क्षेत्र के अस्पताल में पेट स्कैन मशीन लगाया गया है। बाहर के अस्पताल में पेट स्कैन की जांच के लिए मरीजों से 12 से 15 हजार रूपये के बीच का शुल्क रखा गया है, जबकि आईजीआईएमएस में 10 हजार रुपये शुल्क रखा गया है। रेडियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ संजय कुमार सुमन ने बताया कि मंगलवार से पेट स्कैन को आरंभ किया गया है। पहले दिन 5 मरीजों का स्केन किया गया। इसके लिए कोलकाता से दवा मंगाई जा रही है।एक दिन में कम से कम पांच मरीज होने पर ही यह मशीन चालू हो सकेगा। कर्मियों की संख्या बढ़ने पर एक दिन में कम से कम 10 मरीजों का पेट स्कैन होगा।
पेट स्कैन के लिए मरीजों को होती है परेशानी
कैंसर मरीजों के इलाज में पेट स्कैन की अहम भूमिका होती है। प्रारंभिक तौर पर कैंसर की पहचान से लेकर उसके उपचार के क्रम में कैंसर की कमी होने की जानकारी भी पेट स्कैन के माध्यम से डॉक्टर जानकारी पाते हैं। वर्तमान में राजधानी में तीन जगह पर यह जांच हो रही है। जिसमें मरीजों को 12 से ₹15000 की फीस के अतिरिक्त लगभग दो ढाई हजार रुपए की दवाई मंगानी पड़ती है।
आखिर कब चालू होंगे एमआरआई मशीन
आईजीआईएमएस के स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट में विभिन्न उपचारों में अहम भूमिका निभाने वाली मशीन एमआरआई ट्रायल के 10 दिनों के बाद से ही बंद पड़ा है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से मैन पावर की कमी होने के बाद से रेडियोलोजी विभाग की ओर से इसे बंद कर दिया गया है। आईजीआईएमएस के एमआरआई से मरीजों को बाहर के एमआरआई के अनुपात में कम खर्च करने पड़ रहे थे।
कहते हैं अधिकारी
पेट स्कैन ट्रायल रूप से मंगलवार से आरंभ हो गया है। फ्री हो या पेड बुधवार को होने वाली अस्पताल प्रबंधन कमेटी के बैठक में निर्णय लिया जाएगा। कमेटी यदि फ्री ट्रायल करनेके लिए निर्णय देती है तो मरीजों का पैसा वापस कर दिया जाएगा। एमआरआई मशीन चालू कराने के लिए मैन पावर की कमी को जल्द दूर करने की कवायद की जा रही है, इसके बाद उसे भी चालू कर दिया जाएगा।
डॉक्टर मनीष मंडल, चिकित्सा अधीक्षक, आईजीआईएमएस, पटना।