नई दिल्ली : जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शनिवार यानी 31 जुलाई को फैसला लिया गया कि राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे. दिल्ली में आयोजित जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज सीएम नीतीश कुमार भी मौजूद रहे.
सीएम के साथ ही आरसीपी सिंह, केसी त्यागी, ललन सिंह, वशिष्ठ नारायण सिंह समेत पार्टी के तमाम दिग्गज नेता शामिल थे. जिसमें आरसीपी सिंह ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया और ललन सिंह को यह जिम्मेदारी सौंप दी गयी.
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह हाल ही में केंद्रीय कैबिनेट में शामिल हो गए हैं. इसके बाद से ही पार्टी में नए अध्यक्ष की तलाश की जा रही थी. आरसीपी के साथ ललन सिंह की भी जदयू कोटे से केंद्र सरकार में मंत्री बनने की संभावना थी, लेकिन जेडीयू को एक ही कैबिनेट मंत्री का पद मिला. ललन सिंह मंत्री नहीं बन पाए. जिसके बाद अंदर ही अंदर ललन सिंह की नाराजगी की बात भी आने लगी थी, लेकिन ललन सिंह ने कभी न तो कोई इजहार किया और न हीं अपनी नाराजगी को कहीं महसूस होने दिया. हालांकि आरसीपी सिंह के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद से ही ललन सिंह गुट उन्हें जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहा था. अंततः आज कार्यकारिणी की बैठक में ललन सिंह के नाम पर मुहर लग ही गयी
आरसीपी के साथ ही ललन सिंह भी नीतीश कुमार के सबसे करीबी माने जाते हैं
पार्टी में आरसीपी सिंह के बाद ललन सिंह को सीएम नीतीश कुमार का सबसे करीबी माना जाता है. ललन सिंह को पार्टी मामलों को संभालने और राजनीतिक रणनीति बनाने का गहरा अनुभव है. ललन सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के साथ ही जदयू सवर्ण भूमिहार को एक संदेश देने की कोशिश करेगी, जिसके बारे में माना जाता है कि पिछले कुछ सालों से भूमिहार समाज के लोग जदयू से नाराज चल रहे थे.
पार्टी के भविष्य के लिए उचित निर्णय
जेडीयू के संजय सिंह ने कहा कि ललन सिंह को पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त करने के निर्णय के लिए मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। इससे पार्टी को फायदा होगा, यह पार्टी के भविष्य के लिए अच्छा संकेत है. इसे जाति के मामले से नहीं जोड़ा जा सकता है. वे वरिष्ठ नेता और सांसद हैं.
जदयू के संस्थापक सदस्यों में से हैं ललन सिंह
66 साल के ललन सिंह बिहार के मुंगेर से सांसद हैं. वे बिहार प्रदेश जदयू के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
ललन सिंह का असली नाम राजीव रंजन सिंह हैं. ललन सिंह जेडीयू के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं. जेपी आंदोलन में भी ललन सिंह शामिल हो चुके हैं. कई बार नीतीश कुमार और उनके बीच अनबन की खबरें सामने आईं लेकिन वे महज खबरें ही रहीं. नीतीश कुमार और उनकी अटूट दोस्ती का ही नतीजा है कि वे लंबे अरसे से पार्टी के साथ बने हुए हैं और एक बार फिर नीतीश कुमार ने उन्हें इतनी बड़े संगठन की जिम्मेदारी सौंपी है.
पांच राज्यों में होनेवाले विधानसभा चुनाव पर भी होगा मंथन
बैठक में पार्टी के लोकसभा सांसद, राज्यसभा सांसद, राष्ट्रीय पदाधिकारी, कार्यकारिणी सदस्य और राज्य इकाइयों के प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद रहे. बैठक में सदस्यता अभियान की रूपरेखा और यूपी, पंजाब समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर भी चर्चा होनी है. साथ ही प्रदेश स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक पर संगठन को मजबूत बनाने पर भी मंथन होना है.