Tuesday, May 21 2024

डाॅ पल्लवी नें मोतीझील में नौका पर सवार होकर जनप्रतिनिधियों को बनाया निशाना तो निगम प्रशासन पर भी किया प्रहार

FIRSTLOOK BIHAR 05:30 AM बिहार

जलजमाव से त्रस्त है पुरा शहर, सो रहा निगम प्रशासन व मस्ती में हैं जनप्रतिनिधि

मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार की अघोषित राजधानी, मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी का ह्रदय स्थली मोतीझील व कल्याणी चौक की सड़कें अभी नौका विहार के लिये उपयुक्त दिख रहा है। लोग इस स्मार्ट सिटी की सड़कों पर नौका विहार का मजा ले भी रहे हैं। यहां के जाने माने नेत्र रोग की चिकित्सिका एवं प्लूरल्स पार्टी की नेत्री डाॅक्टर पल्लवी सिन्हा ने रविवार को मोतीझील और कल्यानी के बीच नाव पर सवार होकर शहर की बन चुकी इस स्थिति को लेकर लोकतांत्रिक तरीके से विरोध किया। डाॅक्टर पल्लवी ने इस दौरान जहां राजनीतिज्ञों को निशाना बनाया वहीं निगम प्रशासन पर भी जमकर प्रहार किया। डाॅक्टर पल्लवी ने कहा कि जलजमाव से पुरा शहर त्रस्त है। लोगों के घरों व दुकानों में पानी घुसा हुआ है। लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। लेकिन निगम प्रशासन लापरवाह होकर आराम की मुद्रा में हैं। जनप्रतिनिधि मस्ती में हैं। किसी को लोगों की चिंता नहीं है। डाॅक्टर पल्लवी सिन्हा के इस पहल को लोगों ने सराहा भी।

सिर्फ मोतीझील ही नहीं पूरे शहर की कमोबेश एक ही स्थिति है

डाॅक्टर पल्लवी सिंहा ने कहा कि मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी की यह स्थिति सिर्फ मोतीझील और कल्यानी इलाके की ही नहीं है। इस शहर के अधिकांश इलाके और मुहल्लों में नाव चलाने की स्थिति बनीं हुई है। शहर में बाढ़ का नजारा दिख रहा है। लोगों के घरों एवं दुकानों में पानी घुसा हुआ है। लेकिन शहर की स्थिति बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से अधिक खतरनाक बना हुआ। पानी संड़कर दुर्गंध दे रहा है। नाले खुले होने से लोग उसमें गिरकर घायल हो रहे हैं। खुले नाले का अंदाजा नहीं मिलने से उसमें डूबने से कई लोगों की मौत भी हो गयी ।

निगम प्रशासन भी नेताओं की तरह दे रहा है हवा हवाई बयान

डाॅ पल्लवी ने कहा कि मुजफ्फरपुर नगर निगम को इसकी कोई चिंता नहीं है। निगम प्रशासन नेताओं की तरह हवा हवाई वक्तव्य दे रहा है, तो निगम से जुड़े पार्षद निगम की राजनीति में अपनी उर्जा खपत कर रहे हैं। लेकिन शहर की इस स्थिति और लोगों की परेशानियों की चिंता किसी को नहीं है।

भ्रष्टाचार का केंद्र बनकर रह गया मुजफ्फरपुर नगर निगम

डाॅ पल्लवी ने कहा कि निगम भ्रष्टाचार का केंद्र बनकर रह गया है। मुजफ्फरपुर नगर निगम घोटालों और राजनीतिक अखाड़ेबाजी से आगे बढ़ता नहीं दिखाई दे रहा है। जिस कारण निगम में निगरानी विभाग की जांच भी चल रही है।

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