Tuesday, May 21 2024

बिहार विश्वविद्यालय में कुव्यवस्था के विरुद्ध बगावत के मूड में छात्र

FIRSTLOOK BIHAR 07:59 AM बिहार

आंदोलन की तैयारी में छात्र संगठन, कुलपति को हटाने की कर रहे हैं मांग

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय शिक्षण कार्यों में बेहतर करने के बदले राजनीतिक व लूटपाट के केंद्र के रूप में पहचान बना चुका है। यहां समय पर परीक्षा, रिजल्ट व प्रमाणपत्र नहीं मिलने के कारण वर्षों से छात्र संगठन संघर्ष करते आ रहे हैं, लेकिन इसका कोई प्रभाव विवि प्रशासन पर नहीं पर रहे है। एक तरह से यह विश्वविद्यालय अराजकता में जकड़ चुका लग रहा है। इस विश्वविद्यालय के साथ ही इसके अधीनस्थ महाविद्यालयों का भी कमोबेश एक ही हाल है। यहां पढ़ाई खानापूर्ति तक ही सिमट कर रह गयी है। एक अधिकारी को कई विभागों की जिम्मेदारी दे दी जा रही है। एक तरह से विश्वविद्यालय दलालों के शिकंजे में है।

छात्र संगठनों ने प्रेस बयान जारी कर आंदोलन की चेतावनी देते हुए कुलपति से इस्तीफे की मांग भी की है। जारी बयान में छात्रों ने कहा है कि कुलपति अपने कार्यकाल में अधिकांश समय विवि मुख्यालय से गायब रहते है। छात्रों की समस्या का कोई न तो निदान निकलता है न ही कुलपति के द्वारा कोई ठोस एक्शन लिया जाता है। एक आदमी को 15–15 विभाग का प्रभार दिया गया है।

परीक्षा विभाग लूट - खसोट का अड्डा बना है

छात्रों ने आरोप लगाया है कि विवि में परीक्षा विभाग लूट–खसोट का अड्डा बन गया है। परीक्षा परिणाम में भी खुल कर धांधली होती है जिसके कारण देर रात को डी एस डब्लयू को लेटर जारी करना पड़ता है और मानवीय भूल बता कर मामला को निबटारा किया जाता है। पीजी विभाग में कभी भी कुलपति न गए है जिसके कारण वहां समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। विभाग में न तो पीने का शुद्ध पानी है न ही उचित लाइब्रेरी। वर्ग का संचालन भी राम भरोसे ही चलता है। भौतिकी विभाग में एक साल से प्रभारी हेड है वह भी दूसरे सब्जेक्ट के, जबकि हेड के लिए टीचर की कमी नहीं है। बिहार के बाहर के कुलपति रहने के कारण न तो वे विवि में समय दे पाते है न ही पठन - पाठन और परीक्षा परिणाम पर ही।

कुलपति को पदमुक्त करने की मांग

छात्रों ने अपने बयान में कहा है कि महामहिम से निवेदन किया जाएगा कि ऐसे कुलपति को यथा शीघ्र पदमुक्त करें। इसको लेकर व्यापक पैमाने पर हस्ताक्षर अभियान आम छात्रों द्वारा चलाया जा रहा है जिसमें 250 छात्रों की टीम सभी 6 जिलों में अलग अलग टुकड़ों में बंट कर छात्रों के बीच जाकर कुलपति के अभी तक के कार्यकाल को रख रहे है और उनसे हस्ताक्षर अभियान में शामिल करा कर हस्ताक्षर करा रहे है।

मुजफ्फरपुर में अभियान चलाने वाले छात्र

मुजफ्फरपुर में इस अभियान को गोल्डेन सिंह, रंजन कुमार, गौरव कुमार, रवि सिंह, भोला ठाकुर, आलोक कुमार, कन्हाई कुमार, संकेत मिश्रा, प्रशांत द्विवेदी, दीपक भारद्वाज, दिलीप कुमार शर्मा, सर्वेश सिंह, हिमांशु कुमार, अभय कुमार।

मोतिहारी में अभियान में शामिल छात्र

मोतिहारी में अभियान चलाने वाले छात्रों में एमडी हदीश, संतोष कुमार,राजा पासवान,हरेंद्र कुमार,मंटू शाह, गुंजन पांडेय,दीपक सिंह,रवि दुबे,अक्षय सिंह, शशि रंजन कुशवाहा।

वैशाली में अभियान चलाने वाले छात्र

वैशाली में इस अभियान को सुनील कुमार, सुधीर कुशवाहा, राहुल कुमार,रमेश कुशवाहा,संजीत कुमार, आज़ाद आलम ने इस अभियान को छात्रों के बीच ले जा रहे है। जल्द ही पश्चिमी चंपारण ,सीतामढ़ी और शिवहर में टीम की घोषणा की जाएगी। 20 हजार हस्ताक्षर होने पर पहला प्रेस–कॉन्फ्रेंस करके इसकी विधिवत जानकारी राष्ट्रीय स्तर से लेकर जिला स्तर के मीडिया को दी जाएगी। इसकी एक कॉपी पी एम ओ, एक राजभवन और एक सी एम ओ को सौंपी जाएगी। राजभवन में एक प्रतिनिधिमंडल मिलकर 50 हजार छात्रों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन सौंपेगा जिसकी घोषणा 20 हजार हस्ताक्षर होने के बाद की जाएगी।

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