आंगनबाड़ी सेविका मीनाक्षी ने मुशहरी की सरिता को भेजा केले के पत्ते पर न्योता, पढ़ाया पोषण का पाठ
मुजफ्फरपुर : केले के पत्तों पर पोषण की बात। पारंपरिक वेषभूषा। मंगल गीतों की मधुर ध्वनि । यह मुशहरी ग्रामीण की सरिता के लिए बिल्कुल नया था। वह मां बनने वाली है। इसी के उपलक्ष्य में सेविका मीनाक्षी ने उसे आंगनबाड़ी संख्या 179 से निमंत्रण भेजा था ताकि उसे और उसके होने वाले बच्चे के सुखद भविष्य के लिए पोषण की महत्ता समझा सके। गोदभराई की रस्म तो प्रत्येक महीने मनाई जाती है, पर पोषण माह ने इस रस्म में एक जान फूंक दी है। पोषण का महत्व बताती सेविकाएं और आशीर्वाद देती महिलाओं से माहौल पूरा उत्साही था। डीपीओ चांदनी कुमारी ने बताया कि जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर गोदभराई का पर्व मनाया जा रहा है। जिसमें सेविका और सहायिका गर्भवतियों को पोषण और स्तनपान के फायदों को बताती हैं।
संस्थागत प्रसव के फायदे
डीपीओ चांदनी सिंह ने बताया कि गोदभराई के दिन गर्भवतियों को कैल्सियम और आयरन की गोलियों के पूरे डोज के फायदों के साथ पूरे गर्भकाल में तीन से चार एएनसी तथा संस्थागत प्रसव के फायदों के बारे में बताया जाता है। पोषक आहार की पूरी जानकारी दी जाती है। सभी गर्भवती एवं धात्री को आज के दिन बताया जाता है कि जन्म के एक घंटे के अंदर स्तनपान चालू करना, 6 महीना तक शिशु को सिर्फ मां का दूध देना एवं 6 महीना पूर्ण होने पर ऊपरी आहार के साथ साथ दूध पिलाते रहना आवश्यक है जिससे बच्चा कुपोषण से बच सके ।
दीप जला संध्या चौपाल का हो रहा आयोजन
आइसीडीएस डीपीओ चांदनी कुमारी ने कहा कि इस पोषण माह में कटरा और अन्य प्रखंडों में आईसीडीएस की तरफ से पोषण पर संध्या चौपाल का आयोजन किया जा रहा है| जिसमें पोषक तत्वों की सही जानकारी और रोजमर्रा की जिंदगी में पोषण की महत्ता को समझाते हैं। इस चौपाल की खास बात यह है कि दीप जलाकर लोगों को चारों ओर बैठाकर पोषण की सलाह देते हैं।