Friday, May 17 2024

एमडीए कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जागरूकता रथ रवाना

FIRSTLOOK BIHAR 19:27 PM बिहार

  सीएस ने हरी झंडी दिखा किया रवाना, शहरी क्षेत्रों में फैलाएगी जागरूकता 

मुजफ्फरपुर : फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर होने वाले एमडीए राउंड के प्रचार प्रसार के लिए गुरूवार को जागरूकता सह प्रचार रथ रवाना किया गया। इस रथ को मुजफ्फरपुर सिविल सर्जन विनय कुमार शर्मा ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। यह गाड़ी अगले पांच दिनों तक शहरी क्षेत्रों में एमडीए राउंड की जानकारी देकर लोगों को जागरूक करेगी। इस अवसर पर सिविल सर्जन ने कहा कि 20 तारीख से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम शुरू होने वाला है जिसे लेकर एक प्रचार रथ को रवाना किया जा रहा है। इसका उद्देश्य फाइलेरिया उन्मूलन के लिए प्रचार प्रसार करना और लोगों को इस बात की जानकारी देना है कि डीइसी और एलवेंडाजोल की गोली कितना आवश्यक है।

चबाकर खाएं अलवेंडाजोल की गोली

जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने कहा कि एमडीए कार्यक्रम के दौरान दी जाने वाली एलवेंडाजोल की गोली को हमेशा चबाकर खाएं। गोली को कभी भी खाली पेट नहीं खाएं। दवा खिलाने और प्रपत्र भरने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। 20 तारीख से यह दवा 14 दिनों तक निर्धारित प्लान के अनुसार खिलाई जाएगी। दवा खिलाने के लिए माइक्रोप्लान तैयार किया जा चुका है।   

मच्छर से फैलता है फाईलेरिया

जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने कहा कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग  हैं । व्यक्ति किसी भी उम्र में फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है । फाइलेरिया के लक्षण हाथ और पैर की सूजन हाथीपांव हाइड्रोसील अंडकोष का सूजन है।  फाइलेरिया के रोकथाम के लिए डीईसी एवं  अल्बेंडाजोल की गोली साल में एक बार सरकार द्वारा मुफ्त में खिलाया जाता है। उन्होंने कहा कि 2 साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों के अलावा यह दवा सभी को खिलाई जाएगी। यह दवा खाली पेट नहीं खाना है। दवा स्वास्थ्य कर्मी के सामने ही खाना जरूरी है। उन्होंने बताया कि कभी कभी किसी व्यक्ति को मरते हुए परजीवी के प्रतिक्रिया स्वरूप सर दर्द , शरीर में दर्द बुखार उल्टी , बदन पर चकत्ते जैसी मामूली प्रतिक्रिया देखने को मिलती है। इससे घबराना नहीं चाहिए और यह लक्षण स्वतः ही ठीक हो जाते हैं।

मौके पर सिविल सर्जन डॉ विनय कुमार शर्मा, जिला भिबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार, एसीएमओ डॉ सुभाष प्रसाद सिंह, डॉ सीके दास, हसीब असगर, डॉ अनिरुद्ध, भिबीडीसी सुधीर कुमार, पीसीआई समन्वयक संजय कुमार एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।

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