पटना : ज्वाइंट फोरम आफ ट्रेड यूनियंस एंड एसोसिएशनस के आह्वान पर मंगलवार को मांगों के समर्थन में पटना स्थित सार्वजनिक साधारण बीमा कंपनियों के प्रधान व क्षेत्रीय कार्यालयों के समक्ष अधिकारियों और कर्मचारियों ने धरना दिया। मांगों के समर्थन में प्रदर्शन और नारेबाजी भी हुई।
कर्मचारी नेता सत्य नारायण प्रसाद ने कहा कि बिहार के साथ ही देश भर भर में धरना और प्रदर्शन किया गया। पटना में वीरचंद पटेल मार्ग स्थित नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के क्षेत्रीय कार्यालय के समक्ष कर्मचारी और अधिकारियों ने आधा दिन का धरना दिया।
वेतन पुनरीक्षण कर शीघ्र लागू करे
ज्वाइंट फोरम के तत्वावधान में इस अखिल भारतीय धरना के जरिये हमने अपनी मुख्य मांगों को सरकार के समक्ष रखा। इसमें अगस्त 2017 से लंबित वेतन को पुनरीक्षण कर शीघ्र लागू करने, सार्वजनिक साधारण बीमा कंपनियों में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों पर लागू एन.पी.एस. को हटाकर पेंशन स्कीम 1995 देने, फैमिली पेंशन 15 फीसद से बढ़ाकर 30 फीसद करने, प्रत्येक वेतन संशोधन के साथ पेंशन को अपडेट करने जैसी मांगे शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने वर्तमान में जेनरल इंश्योरेंस बिजनेस नेशनलाइजेशन एक्ट को लोकसभा और राज्यसभा में पारित कर सार्वजनिक साधारण बीमा कंपनियों के निजीकरण का रास्ता खोल दिया है । इस जिबना एक्ट को वापस लेने की भी हमने मांग की।
आज के धरना कार्यक्रम में ए.आइ.आइ.ई.ए. से सत्य नारायण प्रसाद, मिथिलेश कुमार, अंजनी कुमार सिन्हा, संजय सिंह, विकास कुमार सिन्हा, जी.आइ.ई.ए.आइ.ए. से सुरेंद्र कुमार सिंह, यश नाथ झा, अभय कुमार सिन्हा, जितेंद्र, मो. खलील निकोआ से मुकेश लाभ, अंशु शेखर, ओ.आइ.सी.ओ.ए. से विपुल कुमार, रवि, इन्टक से प्रवीण कुमार, बी.वी.के.एस. से सुधीर कुमार, कुमार आशुतोष, एस.सी.-एस.टी. परिषद से दीपक कुमार, एस.सी-एस.टी.वेलफेयर से अरुण कुमार दास, ओ.बी.सी. वेलफेयर से शिव अजय, ज्ञानधीर, रंजन कुमार तथा जी.आइ.आर.इ.ए. बिहार-झारखंड से सुनील कुमार और जवाहर ठाकुर धरना में शामिल हुए । बिहार-झारखंड स्थित सार्वजनिक साधारण बीमा कंपनियों के अन्य क्षेत्रीय कार्यालयों पर भी धरना दिया गया।