मुजफ्फरपुर : जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार की अध्यक्षता में आकांक्षी जिला कार्यक्रम की बैठक, समाहरणालय सभागार में हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि संबंधित सभी विभाग आकांक्षी जिला से संबंधित प्रतिवेदन समय पर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम भारत सरकार की महत्वकांक्षी कार्यक्रमों में से एक है इसलिए इसमें किसी भी तरह की कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सूचकांक को सही - सही भरने का निर्देश
बैठक में सूचकांक वाई समीक्षा की गई जिसमें जिला पदाधिकारी द्वारा उपस्थित सभी सेक्टर के पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सूचकांकों को सही -सही भरा जाए और उसमे प्रगति लाई जाए। जिससे कि जिले की रैंकिंग में सुधार हो सके और जिले का प्रदर्शन राज्य एवं देश स्तर पर और बेहतर हो सके।
अधिकारियों को दिए गये जरूरी निर्देश
बैठक में जिलाधिकारी के द्वारा आकांक्षी जिला कार्यक्रम के उद्देश्यों और लक्ष्यों को हासिल करने के लिए उपस्थित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए गए।
आकांक्षी जिले में विकास के लिए स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, बुनियादी ढांचा, कौशल विकास और वित्तीय समावेशन पर फोकस करना होता है तथा ये पांच इंडिकेटर जिले में विकास की रफ्तार बढ़ाने के लिए उत्प्रेरक का कार्य करेंगे
नीति आयोग के द्वारा, आकांक्षी जिला कार्यक्रम सत्र 2018 से देश के 112 जिलों में, बिहार के 13 जिलों में चल रहा है, यह कार्यक्रम मुख्यतः पांच थीम पर आधारित हैं :
1) Health and Nutrition
2) Education
3) Agriculture & Water resources
4) Financial Inclusion and skill development
5) Basic Infrastructure
आकांक्षी जिला कार्यक्रम के अंतर्गत, 2019, एवं 2020 में मुजफ्फरपुर को तीसरा स्थान, शिक्षा, कृषि एवं आधारभूत संरचना में प्राप्त हुआ है।
बैठक में डीडीसी मुजफ्फरपुर आशुतोष द्विवेदी,
जिला योजना पधाधिकारी बबन कुमार, सिविल सर्जन डॉ विनय कुमार शर्मा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम ऑफिसर (डीपीओ एसएसए), जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ आईसीडीएस) एक्जीक्यूटिव इंजीनियर, RWD 1 , 2 & West, प्रोग्राम लीडर (पीरामल फाउंडेशन)
उपस्थित थे।