मुजफ्फरपुर : सामाजिक न्याय के पुरोधा व हर जरूरी मुद्दों पर आंदोलन के प्रणेता के रूप में विख्यात बिहार सरकार के पूर्व मंत्री हिंदकेशरी यादव नहीं रहे। शुक्रवार की सुबह मुजफ्फरपुर के गोबरसही स्थित आवास पर उन्होंने अंतिम सांसे ली। राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की गयी।
राजद के प्रदेश प्रवक्ता डाॅ इकबाल मोहम्मद शमी बताते हैं कि हिंदकेशरी यादव एक इमानदार, लड़ाकू, बहादुर, गांधीवादी सिद्धांत के व्यक्ति थे। सादगी ईमानदारी नैतिकता से भरपूर थे। वह आंदोलन के प्रणेता थे। समाज, राज्य व देश से जुड़ मुद्दों को वे गंभीरता से लेते थे। उसे जोड़दार तरीके से उठाते थे। आंदोलन को लेकर उनपर कई बार जानलेवा हमला भी हुआ फिर भी अपने मुद्दों से वे कभी पीछे नहीं हटे।
मुजफ्फरपुर से दिल्ली तक किया था पैदल मार्च
उन्होंने मुजफ्फरपुर से दिल्ली तक पैदल मार्च किया था। दर्जनों बार बिहार के विभिन्न जिलों में अत्याचार के खिलाफ पैदल मार्च किया था। चाहे वह भागलपुर दंगा हो या लक्ष्मणपुर बाथे नरसंहार हो या अन्य नरसंहार। उन्होंने उस नरसंहार के खिलाफ पैदल मार्च किया।
सरकार में रहते विधानसभाध्यक्ष के समीप बैठ गये अनशन पर
मुजफ्फरपुर के विकास और मीनापुर के विकास के लिए दर्जनों बार सरकार में रहते विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष अनशन किया। वह मंत्री रहते हुए भी सरकार की खामियों को उजागर करते थे। वह किसी से डरते नहीं थे। उनको स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर अपने पुत्र के बराबर का शिष्य मानते थे और उनसे बहुत स्नेह करते थे। लालू यादव के मंत्रिमंडल में पर्यटन मंत्री , राबड़ी देवी मंत्रिमंडल में पशुपालन एवं मत्स्य पालन मंत्री थे। वह चार बार मीनापुर से विधायक रहे और वह 1962 से लगातार क्षेत्र से चुनाव लड़ते रहे और 1985 में पहली दफा विधायक बने। उन्होंने मीनापुर में विभिन्न सड़कों पुलों पुलियों का निर्माण करवाया। लोहिया भवन बनवाया।
शराब माफियाओं ने किया था जानलेवा हमला
अंतिम लड़ाई उन्होंने शराब माफियाओं के खिलाफ लड़ी। उन्होंने विभिन्न गांवों में प्रदर्शन कराए और महिलाओं द्वारा शराब की दुकानों को बंद कराया। इससे शराब माफिया घबरा गए और शराब माफियाओं के खिलाफ आ रहे जुलूस पर जिसका नेतृत्व हिंद केसरी यादव कर रहे थे उस पर हमला हुआ था और हिंदकेशरी यादव जी बुरी तरह घायल हुए और अस्पताल में भरती हुए थे।यह घटना पूरे बिहार में चर्चा का विषय रहा। शमी इकबाल बताते हैं कि मेरा रिश्ता हिंद केसरी यादव से 1980 से आज तक रहा है, मैं उनके हर गम व खुशी में शरीक था और वह मेरे खुशियों व गम में आगे आगे रहते थे। आज मैं उनके नहीं रहने पर बहुत दुखी हूं।
मुख्यमंत्री ने किया शोक व्यक्त
उनके निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मदन मोहन झा, प्रदेश अध्यक्ष बिहार कांग्रेस कमेटी, पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, पूर्व मंत्री श्याम रजक सांसद अजय निषाद सांसद आदि ने शोक व्यक्त किया।
अंतिम दर्शन को उमड़ी भीड़
उनके अंतिम दर्शन को लेकर उनके निवास स्थान पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। आवास पर पहुंच कर संवेदना व्यक्त करने वालों में नगर विधायक विजेंद्र चौधरी, पूर्व मंत्री एवं पूर्व नगर विधायक सुरेश शर्मा ,मीनापुर विधायक मुन्ना यादव, कांटी विधायक इजरायल मंसूरी, बरूराज विधायक अरुण कुमार, राजद प्रदेश प्रवक्ता डॉ इकबाल मोहम्मद शमी, भाजपा सीतामढ़ी प्रभारी विवेक कुमार, देवीलाल, पूर्व कुलपति अमरेंद्र नारायण यादव, कांग्रेस जिला अध्यक्ष अरविंद कुमार मुकुल, पूर्व विधायक मिथिलेश कुमार यादव, पूर्व विधायक महेश्वर यादव, पूर्व विधायक केदार प्रसाद, राजद जिला अध्यक्ष रमेश गुप्ता, राजद प्रदेश महासचिव विनोद यादव, हरिवंश राय , मझौली खेतल से पंचायत समिति उम्मीदवार सुनील गुप्ता ,प्रदेश राजद महासचिव जयशंकर प्रसाद यादव , प्रदेश महासचिव मनोज शर्मा ,जिला युवा महासचिव अनिल यादव ,रणधीर गुप्ता ,राज किशोर राय सहित हजारों की संख्या में जिले के विभिन्न तबकों के लोग शामिल हुए और शोक व्यक्त किया।