Friday, May 17 2024

बाघों के बीच आपसी वर्चस्व की लड़ाई, एक बाघ की हुई मौत

FIRSTLOOK BIHAR 05:30 AM बिहार

बेतिया : बिहार के बेतिया जिला स्थित वीटीआर में दो बाघों के आपसी वर्चस्व की लड़ाई में एक बाघ की मौत हो गई है। मैनाटांड़ प्रखंड के चक्रसन गांव के समीप गन्ने के खेत में बाघ का शव मिला है। गन्ने के खेत में जिस जगह पर बाघ का शव मिला है वहां आपसी लड़ाई के साक्ष्य मिले हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि दो बाघों के बीच घंटों संघर्ष चला है जिसमें खेत में लगे गन्ने को भी क्षति पहुंची है। हालांकि स्थल पर अभी वन विभाग की टीम नहीं पहुंची है। वीटीआर के क्षेत्र निदेशक हेमकांत राय ने बाघ का शव मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि रेंजर सुनील कुमार पाठक के नेतृत्व में वनकर्मियों की टीम पहुंच रही है। मामले की जांच की जा रही है।

पिछले एक सप्ताह से डेरा जमाए हुआ था बाघ

बताया जाता है कि पिछले एक सप्ताह से बाघ इस इलाके में डेरा जमाए हुए था। बीते पांच अक्टूबर को दिनदहाड़े चक्रसन गांव के समीप पांच बकरियों को मारा डाला था। वही पुरैनिया गांव में राजू उरांव के घर में घुसकर बाघ ने एक बकरी का शिकार किया था। वन कर्मियों की टीम जब ट्रेकिंग के लिए पहुंची तो गन्ने के खेत में बाघ की दहाड़ सुनाई दी। अनुमान लगाया जा रहा है कि बाघ इस इलाके में डेरा डाले हुए था । तभी वीटीआर के जंगल से निकल कर दूसरा बाघ भी इसी इलाके में आ गया। जानकार बताते हैं क्षेत्राधिकार व शिकार को लेकर दोनों में संघर्ष हुई होगी जिसमें एक बाघ की मौत हो गई ।

ग्रामीणों ने दी एसएसबी को सूचना

इलाके में बाघ के डेरा जमाए जाने से दहशत में रह रहे लोग समूह में सरेह की ओर जा रहे थे। बुधवार की सुबह में करीब आधा दर्जन लोग घास काटने के लिए चक्रासन गांव के समीप सरेह में गये थे। गन्ने के खेत में बाघ का शव देखकर लोगों पर भगदड़ मच गयी। ग्रामीणों ने इसकी सूचना एसएसबी को दी।

जनवरी में गोवर्धना जंगल में मिला था बाघ का शव

पिछले 30 जनवरी को गोवर्धना के जंगल एक बाघ का शव मिला था। वन अधिकारियों ने माना था कि बाघ और बाघिन के संघर्ष में एक की जान गई है। हाल के दिनों में बाघों में वर्चस्व को लेकर खूनी संघर्ष की घटनाओं में वृद्धि हुई है । इसको लेकर वन विभाग के अधिकारी सकते में हैं।

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