Tuesday, May 21 2024

मूर्ति विसर्जन को लेकर पुलिस से झड़प, जमकर नारेबाजी

FIRSTLOOK BIHAR 22:36 PM बिहार

गया : सामाजिक सौहार्द का मिसाल दुखहरणी मंदिर द्वार से सदियों पुराना मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन की परंपरा आज भी कायम है। इस बार मूर्ती विसर्जन को लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। शुक्रवार की रात एक - एक कर मां दुर्गा और काली की 5 प्रतिमाएं दुखहरणी मंदिर द्वार पहुंची। सनातन धर्म के मानने वाले लोग और श्री राम भक्तों की अत्याधिक संख्या थी। प्रशासन और भक्तों के बीच भगदड़ झड़प विरोध के बीच 5 प्रतिमाओं का विसर्जन कराया गया। दुख हरणी द्वार पर पहले से एक बैरियर लगाया गया था। उस बैरियर के आगे पुलिस जवान एक अलग सी दीवार बनाकर खड़े थे। मां भगवती के भक्त प्रतिमा के साथ दुखहरणी मंदिर द्वार से अंदर प्रवेश करना चाहते थे। लेकिन कोविड-19 गाइडलाइन का प्रशासनिक अधिकारी हवाला दे रहे थे। गाइडलाइन का अनुपालन कराने के लिए पुलिस महकमा के अधिकारी व जवान मौजूद थे। इधर गाइडलाइन की अनदेखी और पुरानी परंपरा बताकर मां भगवती के भक्त प्रतिमा के साथ दुखहरणी द्वार से प्रवेश करना चाहते थे। जिसको लेकर पुलिस व प्रतिमा के साथ पहुंचे लोगों के बीच जमकर झड़प हुई। पुलिस व सरकार के विरोध के स्वर सुनने को मिले। कई बार भगदड़ हुई‌। पुलिस प्रशासन व लोगों को भगदड़ झड़प और विरोध का सामना करना।

कोरोना गाइडलाइन का हवाला दे रहे थे पुलिस अधिकारी

प्रतिमा के साथ निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार केबल 20 से 25 लोग हीं अंदर प्रवेश कर पाए। प्रतिमा के पीछे रहे मां भगवती के श्रद्धालु कई बार बैरियर को तोड़ने का प्रयास भी किया। अंदर प्रवेश नहीं करने पर राम भक्तों ने राज्य सरकार व मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

शुक्रवार की देर रात बारी बारी से प्रतिमाओं को विसर्जित कराया गया। जिससे शहर के रुक्मिणी तलाव में शनिवार की अलसुबह विसर्जित किया गया।

एसएसपी ने कहा, शांतिपूर्ण हुआ विसर्जन

वही वरीय पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार ने शुक्रवार की मध्य रात्रि पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रतिमा कराने कराने में शांति समिति के सदस्य, पुलिस पदाधिकारी, जवान और समाज के लोगों का सहयोग मिला है। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि पुलिस की ओर से श्रद्धालुओं पर कोई कार्रवाई की गई है। एसएसपी ने कहा कि सरकार के निर्धारित कोविड-19 के गाइडलाइन का अनुपालन कराने के लिए बलों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। सब कुछ शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया।

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