Monday, May 20 2024

चीन बना रहा दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार, अत्याधुनिक शस्त्र के आगे सारे सिस्टम फेल

FIRSTLOOK BIHAR 22:26 PM खास खबर

अमेरिका सहित अन्य देशों में दहशत

चीन दुनिया पर हुकूमत करने के अपने मंसूबों पर लगातार काम कर रहा है। इस दिशा में उसका नया हथियार हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल अहम सहयोग कर रहा है। यह मिसाइल स्पेस क्षमताओं से लैस है। इससे सम्बंधित फाइनेंशियल टाइम्स की एक चौंकाने वाली रिपाेर्ट ने पूरी दुनिया को दहशत में डाल दिया है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन ने एक नई अंतरिक्ष क्षमताओं से लैस हाइपरसोनिक मिसाइल का टेस्ट किया है। बीजिंग ने अगस्त में इस परमाणु - सक्षम मिसाइल को लॉन्च किया था , जो अपने टारगेट पर जाने से पहले पृथ्वी की निचली कक्षा में चक्कर लगाई थी। हालांकि रिपोर्ट में कहा गया है कि यह मिसाइल टारगेट से 20 मील यानी 32 किलोमीटर दूर रह गई थी।

अगस्त में टेस्टिंग को गुप्त रखा था चीन

हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल को लॉन्ग मार्च रॉकेट द्वारा ले जाया गया था। वैसे तो अक्सर इसके लॉन्च की घोषणा की जाती है , लेकिन इस बार अगस्त में इस टेस्टिंग को गुप्त रखा गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि हाइपरसोनिक हथियारों को चीन द्वारा विकसित किए जाने को लेकर अमेरिका समेत कई देशों में दहशत है। उल्लेखनीय है कि चीन के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका , रूस और कम से कम पांच अन्य देश हाइपरसोनिक तकनीक पर काम कर रहा है।

हाइपरसोनिक मिसाइल ध्वनि की गति से पांच गुना अधिक तेज गति से लांच हो सकती है

हाइपरसोनिक मिसाइलें पारंपरिक बैलिस्टिक मिसाइलों की तरह ही होती है। यह परमाणु हथियार ले जाने में दक्ष है। हाइपरसोनिक मिसाइल ध्वनि की गति से पांच गुना अधिक तेज स्पीड से लॉन्च हो सकती है। बैलिस्टिक मिसाइलें अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए एक चाप में अंतरिक्ष में ऊंची उड़ान भरती है , जबकि हाइपरसोनिक मिसाइल वायुमंडल के निचले हिस्से में जाकर अधिक तेज गति से अपने टारगेट तक पहुंचती है।

गौरतलब है कि हाइपरसोनिक मिसाइल कहीं भी और किसी भी पोजिशन में जाने में सक्षम है। दुश्मनों को इसे ट्रैक करने के साथ इससे बचाव करना मुश्किल हो जाता है। अमेरिका जैसे देशों ने क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइल से बचाव के लिए तकनीक विकसित कर लिया है , लेकिन हाइपरसोनिक मिसाइल को ट्रैक करना और इसे नीचे गिराना अब तक नामुमकिन बना हुआ है।

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