वैशाली : वैशाली जिले में टीबी की स्थिति की वस्तुस्थिति और कार्यशैली का मुआयना करने के लिए केंद्र की ज्वाइंट सपोर्टिव सुपरविजन की चार सदस्यीय टीम मंगलवार को वैशाली आयी। टीम ने बिदुपुर, जंदाहा और हाजीपुर के शहरी क्षेत्रों में टीबी विभाग की कार्यशैली और संसाधनों की स्थिति का जायजा लिया। चार सदस्यीय टीम में एनटीआइ बंगलुरू से डॉ उमाशंकर, बिल्स एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन से डॉ समीर कुमता, जपाइगो से डॉ अर्पिता चौधरी, डॉ सुधांशु सागु और डब्ल्यूएचओ के डॉ कुमार गौरव शामिल थे। जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ सुनील केसरी ने बताया कि फील्ड विजिट के बाद जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में पीपीटी के माध्यम से जिले में टीबी विभाग को एक नजर में रखा गया। डॉ सुनील केसरी ने बताया कि टीबी उन्मूलन का लक्ष्य 2025 रखा गया है। इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है। सरकारी अस्पताल के अलावा प्राइवेट प्रैक्टिशनर्स भी अब टीबी रोगियों की पहचान कर रहे हैं। इसके एवज में उन्हें प्रत्येक मरीज कुछ राशि भी प्रदान की जाती है।