Tuesday, May 21 2024

शहर में जाम व अतिक्रमण को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने फिर किया मंथन

FIRSTLOOK BIHAR 09:10 AM बिहार

धरातल पर सख्ती के बिना जाम व अतिक्रमण से निजात दिलाना संभव नहीं

मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर शहरी क्षेत्र में जाम एक तरह से रूटीन में शामिल हो गया है। जिससे निजात दिलाने के लिए वर्ष 2003 से ही प्रशासनिक कवायद जारी है । 2003 से ही कई जिलाधिकारी, पुलिस कप्तान व कमिश्नर अधिकारियों व राजनीतिक दलों के साथ मंथन कर अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया। हर बार अतिक्रमण हटाये गये। लेकिन अबतक के किसी डीएम व पुलिस कप्तान ने स्थाई तौर पर अतिक्रमण को नहीं हटा पाया। जिससे इस स्थाई समस्या का निदान ने अबतक नहीं हो पाया है। जिससे शहर में हमेशा भीषण जाम की समस्या कायम है।

एक बार फिर मुजफ्फरपुर शहर को जाम व अतिक्रमण मुक्त कराने को लेकर शुक्रवार को अधिकारियों ने घंटो मंथन कर जाम से मुक्ति कजाम की स्थिति को देखते हुए यातायात व्यवस्था को बेहतर एवं सुव्यवस्थित करने को लेकर जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार की अध्यक्षता में उनके कगकार्यालय कक्ष में आज एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।

बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत, नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय, सहायक समाहर्ता श्रेष्ठ अनुपम ,अपर समाहर्ता राजेश कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी ज्ञान प्रकाश एवं अनुमंडल पदाधिकारी पश्चिमी बृजेश कुमार ,प्रभारी पदाधिकारी,गोपनीय प्रशाखा कुमार अभिषेक,प्रभारी पदाधिकारी सामान्य शाखा प्रीति सिंह,डीपीआरओ कमल सिंह सहित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी /तकनीकी विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में अतिक्रमण के कारण जाम की स्थिति को देखते हुए स्थाई एवं अस्थाई अतिक्रमण हटाने की दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

करबला रोड( मरीन ड्राइव), हरिसभा चौक एवं कल्याणी चौक इन जगहों पर स्थाई अतिक्रमण के कारण आवागमन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। निर्देश दिया गया कि उपयुक्त स्थलों का नापी करा कर संबंधित को नोटिस दे दी जाए एवं अतिक्रमण हटाने हेतु विधि सम्मत कारवाई की जाए ताकि जाम से निजात मिल सके और आम लोगों को परेशानियों से रूबरू न होना पड़े। इस हेतु नगर आयुक्त,अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी एवं ट्रैफिक डीएसपी की निर्देशित किया गया है। सड़कों पर बेतरतीब ढंग से बिजली एवं टेलीफोन पोल को अभी तक नहीं हटाया जा सका है। इस पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी प्रकट की गई। निर्देश दिया गया कि संबंधित विभागों को नोटिस दी जाए ल। 15 दिन के अंदर यदि इन्हें नहीं हटाया जाता है तो फिर इस दिशा में विधि सम्मत अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।

जिलाधिकारी आवास से सरैया गंज टावर तक के क्षेत्र को नो वेंडिंग जोन घोषित किया गया है। इसका अनुपालन नहीं करने वाले के विरुद्ध सख्ती बरती जाएगी। सड़कों पर यत्र -तत्र नियमों के विरुद्ध वाहन खड़ा करने वालों को भी नहीं बख्शा जाएगा। स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि टोचन अभियान लगातार चलाना सुनिश्चित किया जाए साथ ही जुर्माना भी वसूला जाए ।

अखाड़ा घाट रोड के दोनों साइड में पर्याप्त जगह है जिसे अतिक्रमण मुक्त कराते हुए वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया है। बिना परमिट के एवं नियम के विरुद्ध चलने वाले वाहनों के विरुद्ध लगातार अभियान चलाने का निर्देश एमभीआई को दिया गया है।

अघोरिया बाजार चौक के चारों तरफ लगभग 100 मीटर तक डिवाइडर बनाने का निर्देश दिया गया है। उक्त कार्य 15 दिन के अंदर कराने का निर्देश दिया गया है।

कर्बला रोड ,तिलक मैदान रोड, सरैयायागंज टावर ,जवाहर लाल रोड इत्यादि जगहों पर ऐसा देखा गया है कि दुकान की सीमा के बहुत आगे तक सामग्रियों को रख दिया जाता है।इससे जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। इस हेतु नगर निगम के साथ अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी एवं अन्य अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि कल से ही अनाउंसमेंट कराना शुरू कर दें। यदि दुकान के सीमा के आगे तक सामग्री रखी पाई जाएगी तो उसे जब्त कर लिया जाएगा।

बीवी कॉलेजिएट में पार्किंग बनाने हेतु जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि इस संबंध में शीघ्र ही एक बैठक बुलाई जाए।

जीरो माइल चौक पर स्थाई और अस्थाई दोनों ही तरह के अतिक्रमण देखा जाता रहा है। इसे देखते हुए एसडीओ पूर्वी, एमभीआई, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पूर्वी एवं कार्यपालक अभियंता ,आरसीडी की एक संयुक्त टीम बनाई गई है। जिसके द्वारा शीघ्र ही जीरो माइल चौक को अतिक्रमण से मुक्त कराने के दिशा में गंभीर प्रयास किए जाएंगे ताकि आम लोगों के आवागमन में सुविधा हो सके तथा ट्रैफिक व्यवस्था सुगम हो सके।

भगवानपुर पुल पर(रेवा रोड के तरफ) ही ऑटो पार्क कर दिए जाते हैं इससे जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। इस संबंध में एमभीआई एवं ट्रैफिक डीएसपी के द्वारा संयुक्त रूप से अभियान चलाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिए गए हैं।साथ ही वहाँ लगने वाली बसों को लेकर जांच अभियान चलाने का भी निर्देश दिया गया है। साथ हीं भगवानपुर पुल के आगे (रेवा रोड के तरफ) दोनों साइड 200 मीटर तक फ्लैक को चौड़ा करने हेतु एनएचईआई को पत्र लिखने का भी निर्देश दिया है।

शहर में जाम की स्थिति से निपटने हेतु विभिन्न टीमों द्वारा किए जा रहे कार्रवाईओ एवं गतिविधियों की सप्ताहिक समीक्षा अपर समाहर्ता राजस्व के द्वारा की जाएगी। समीक्षा उपरांत उनके द्वारा प्रतिवेदन जिलाधिकारी को उपलब्ध कराया जाएगा।

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