Tuesday, May 21 2024

राज करेगा खालसा, आकी रहे कोय का गूंजता रहा नारा

FIRSTLOOK BIHAR 22:39 PM बिहार

गुरुनानक की जयंती पर निकली प्रभातफेरी, पहुंची हांडी साहिब

पटना : सिख धर्म के पहले गुरु, गुरनाक देव की जयंती को लेकर रविवार की सुबह पांच बजे तख्त साहिब परिसर से निकली प्रभात फेरी गायघाट होते हुए दानापुर स्थित हांडी साहिब गुरुद्वारा पहुंची। गायघाट व दानापुर में पंच-प्यारे का स्वागत किया गया। प्रभात फेरी में शामिल सिख श्रद्घालुओं ने कथा-प्रवचन व श्रवण किया।

प्रभात फेरी लगभग नौ बजे तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब लौटी। प्रभात फेरी में शामिल महिलाएं, बच्चे-बच्चियां एवं पुरुष शबद कीर्तन करते चल रहे थे। राज करेगा खालसा, आकी रहे ना कोय के नारों से तख्त साहिब के आसपास का इलाका गूंज रहा था। प्रभात फेरी का संचालन संयोजक तेजिंदर सिंह बग्गा ने किया।

प्रभात फेरी में हाथी - घोड़ा के साथ संगत भी

प्रबंधक सरदार दलजीत सिंह ने बताया कि सोमवार को प्रात: तख्त साहिब से निकलने वाली प्रभात फेरी अशोक राजपथ मार्ग होते गुरु का बाग जाएगी और वहां से दर्शन कर वापस तख्त साहिब लौटेगी। मंगलवार की भोर तख्त साहिब से निकलने वाली प्रभातफेरी अशोक राजपथ होते सोनार टोली गुरुद्वारा का दर्शन कर तख्त साहिब लौटेगी। बुधवार को तख्त श्री हरिमंदिर साहिब से निकली बड़ी प्रभात फेरी अशोक राजपथ, चमडोरिया, पूरब दरवाजा, मोर्चा रोड, पटना साहिब स्टेशन, चौकशिकारपुर, श्री गुरु गोविंद सिंह पथ, चौक होते तख्त श्री हरिमंदिर साहिब पहुंचेगी। बड़ी प्रभात फेरी में बैंड-बाजा, हाथी-घोड़ा के साथ-साथ संगत भी रहेंगे। प्रभात फेरी में शामिल महिला-पुरुष, युवा विभिन्न मोहल्लों में शबद कीर्तन करते चलेंगे।

मुख्य समारोह 19 नवंबर को

प्रबंधक समिति के वरीय उपाध्यक्ष सरदार जगजोत सिंह साेही ने बताया कि गुरुनानक देव के प्रकाश पर्व पर विशेष कीर्तन व कवि दरबार में संगत निहाल होंगे। वरीय उपाध्यक्ष के अनुसार गुरुनानक देव जयंती का मुख्य समारोह 19 नवंबर को तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में मनाया जाएगा। 16 नवंबर को गुरुनानक देव की जयंती को लेकर गुरु के बाग में त्रिदिवसीय अखंड पाठ रखा जाएगा। वहीं 18 नवंबर को अखंड पाठ की समाप्ति के बाद दोपहर दो बजे गुरु का बाग से नगर कीर्तन निकलेगा। इधर तख्त श्री हरिमंदिर में 17 नवंबर को अखंड पाठ रखा जाएगा। जिसकी समाप्ति 19 नवंबर को मुख्य समारोह के दिन होगी। जयंती में देश- विदेश के सिख श्रद्धालु शामिल होंगे। इस बार विशेष कीर्तन व कवि दरबार में संगत निहाल होंगे।

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