Friday, May 17 2024

बिहार में कानून का राज! जज के चेंबर में घुसकर थानेदार व दारोगा ने की मारपीट व अभद्र भाषा का प्रयोग

FIRSTLOOK BIHAR 12:47 PM बिहार

मधुबनी : बिहार में कानून का राज है! सबके सब न्याय प्रिये हैं। आज एक थानेदार ने अपने एक सहयोगी दारोगा के साथ मिलकर न्याय का नया इतिहास ही रच दिया। मधुबनी जिले के झंझारपुर सिविल कोर्ट में घोघरडीहा थाना के थानेदार और एएसआई ने एडीजे प्रथम अविनाश कुमार के चेंबर में घुसकर हमला कर दिया। जज साहब के साथ जमकर मारपीट की । अभद्र भाषाओं का उपयोग किया। वकीलों के हस्तक्षेप के बाद जज साहब की जान बची।इस घटना के बाद अधिवक्ताओं में जबर्दस्त आक्रोश है. झंझारपुर बार काउंसिल ने इन दोनों अफसरों के साथ-साथ एसपी के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है।

झंझारपुर बार काउंसिल के उपाध्यक्ष अरुण झा ने बताया कि घोघरडीहा थाना के थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण और एएसआई अभिमन्यु कुमार ने एडीजे प्रथम अविनाश कुमार के चेंबर में घुसकर उन पर जानलेवा हमला बोल दिया. हंगामा सुनकर कोर्ट में मौजूद सभी अधिवक्ता अविनाश कुमार के चेंबर की ओर दौड़े. वहां दोनों पुलिस अधिकारियों को पकड़ा गया. इसकी सूचना डीएसपी को दी गई. घटना की सूचना मिलने के बाद झंझारपुर डीएसपी आशीष आनंद अपने दल बल के साथ झंझारपुर कोर्ट कैंपस पहुंचे ।

बार काउंसिल के उपाध्यक्ष ने इस घटना को लोकतंत्र की हत्या बताया है. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद आज पहली बार झंझारपुर कोर्ट में यह घटना हुई है. जहां दो पुलिस के अधिकारियों ने एडीजे प्रथम पर जानलेवा हमला किया है. उनकी मानें तो दोनों अफसरों ने जज के चेंबर में घुसकर उनके साथ अभद्रता की. गंदी-गंदी गालियां दी और मारपीट की. यह घटना दिन के लगभग सवा दो बजे की है,। अधिवक्ता ने बताया कि हमलोग न्यायिक कार्य में व्यस्त थे. तभी अचानक थानेदार गोपाल और एएसआई अभिमन्यु एडीजे के कक्ष में घुस गए. वहां आते ही जज साहब को कहने लगे कि तुम्हारी हैसियत कैसे हो गई कि तुम हमलोगों को बुलाते हो. तुमको हम एडीजे नहीं मानते. अभिमन्यु एडीजे के साथ मारपीट करने लगा और गोपाल भद्दी-भद्दी गालियां देने लगा. अधिवक्ता बलराम साह ने बताया कि वकीलों की कोशिश से एडीजे साहब को किसी तरह से बचाया जा सका, नहीं तो उनकी जान भी जा सकती थी. उन्होंने कहा कि इस घटना में हमारे कई अधिवक्ता साथी भी घायल हुए हैं. उन्होंने कहा कि हमलोग पहले अपराधियों से सुरक्षा मांगते थे, लेकिन अब तो पुलिस वाले ही हमला करने लगे हैं.

पटना उच्च न्यायालय ने लिया स्वतः संज्ञान

इधर पटना उच्च न्यायालय ने एडीजे अविनाश कुमार पर हमले का स्वत: संज्ञान लेते हुए बिहार के DGP को 29 नवंबर को मामले की सुनवाई के दौरान मौज़ूद रहने का निर्देश दे दिया है। मधुबनी के झंझारपुर कोर्ट में एडीजे प्रथम अविनाश कुमार अपने फैसलों के लिए मशहूर हैं। कुछ ही दिन पहले जज साहब ने एसपी पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि एसपी को कानून की जानकारी नहीं है और उन्हें ट्रेनिंग के लिए भेजने का आदेश दे दिया था।

लंच टाइम की घटना

दरअसल, एडीजे प्रथम अविनाश कुमार ने एक मामले में घोघरडीहा थाना प्रभारी गोपाल कृष्ण यादव को कोर्ट में हाजिर होने के लिए कहा था। दोपहर सवा दो बजे के करीब लंच टाइम हुआ था। जज साहब कोर्ट से उठकर अपने चेंबर में चले गए थे। तभी घोघरडीहा थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण यादव और उनके साथ सब-इंस्पेक्टर अभिमन्यु कुमार सिंह जज साहब के चेंबर में घुसे और गाली गलौज करते हुए मारपीट करने लगे। शोर सुनकर वकील चेंबर की ओर दौड़े।

गाली-गलौज करते हुए की एडीजी की पिटाई

झंझारपुर कोर्ट के वरीय अधिवक्ता और बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष बलराम साहू और अरुण कुमार झा ने बताया कि जब वो लोग चेंबर में पहुंचे तो देखा कि एडीजे प्रथम अविनाश कुमार पर सर्विस रिवॉल्वर तान रखी है। दो पुलिस वाले गाली-गलौज करते हुए उनके साथ मारपीट कर रहे हैं।दोनों पुलिस वालों की पहचान उनकी वर्दी पर लगी नेम प्लेट से हुई। इसमें एक एक घोघरडीहा थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण यादव और दूसरा सब-इंस्पेक्टर अभिमन्यु कुमार सिंह था।

पुलिसवाले बोल रहे थे- तुमको हम एडीजे-फेडीजे नहीं मानते : वकील

चश्मदीद अधिवक्ता के मुताबिक, पुलिस वाले एडीजे को कह रहे थे कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हो गई कि तुम हमें बुलाते हो? तुम्हारा पावर सीज हो गया है। तुम बेवजह सबको परेशान करते रहते हो। तुमको हम एडीजे-फेडीजे नहीं मानते है।

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