Friday, May 17 2024

PM मोदी ने उत्तराखंड को दी बड़ी सौगात, 18 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास

FIRSTLOOK BIHAR 22:51 PM खास खबर

पीएम मोदी ने शनिवार को देवभूमि उत्तराखंड में 18 हजार करोड़ रुपए की सात परियोजनाओं का उद्घाटन और 11 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा समेत कई परियोजनाएं शामिल हैं। जबकि इससे पहले पीएम मोदी ने सभा स्थल पर प्रदर्शनी का अवलोकन कर तमाम परियोजनाओं के विषय में जानकारी ली। उद्घाटन समारोह में उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित अनेक गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।

प्रधानमंत्री उत्तराखंड का कर रहे हैं सतत विकास : सीएम पुष्कर सिंह धामी

इस मौके पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पीएम मोदी उत्तराखंड का सतत विकास कर रहे हैं। उनके विजन और दूरदर्शी सोच से उत्तराखंड विकास की नई ऊंचाई छू रहा है। प्रधानमंत्री के द्वारा दी गईं अट्ठारह हजार करोड़ की योजनाएं इसका प्रमाण हैं। मुख्यमंत्री ने इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हमारी मान्यता है सबका साथ, सबका विकास सबका विश्वास। लेकिन अन्य दलों में ऐसा नहीं है। उनके लिए एक परिवार, एक विचार ही सब कुछ है। उन्होंने कहा कि जनता सुविज्ञ है, सब कुछ जानती है और अवसर आने पर ऐसे स्वार्थी तत्वों का सफाया करेगी। उन्होंने मंचासीन अतिथियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि सब के मार्गदर्शन में हम प्रदेश को आगे बढ़ाने की यथासंभव कोशिश करेंगे।

पीएम मोदी ने रखी 11 विकास परियोजनाओं की आधारशिला

इसमें दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा (ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे जंक्शन से देहरादून तक) शामिल है, जिसे लगभग 8300 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा। यह दिल्ली से देहरादून के बीच यात्रा के समय को छह घंटे से घटाकर लगभग 2.5 घंटे कर देगा। इसमें हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, शामली, यमुनानगर, बागपत, मेरठ और बड़ौत से सम्पर्क के लिए सात प्रमुख इंटरचेंज होंगे। इसमें वन्यजीवों के लिए बिनायक रोक-टोक आवागमन के लिए एशिया का सबसे बड़ा वन्य जीव एलिकवेटेड गलियारा (12 किलोमीटर) होगा। साथ ही, देहरादून में दत काली मंदिर के पास 340 मीटर लंबी सुरंग वन्यजीवों पर होने वाले प्रभाव को कम करने में मदद करेगी। इसके अलावा, गणेशपुर-देहरादून खंड में वाहनों को जंगली जानवरों से टक्कर से बचने के लिए जानवरों के लिए कई रास्ते बनाए गए हैं। दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारे में 500 मीटर के अंतराल पर वर्षा जल संचयन और 400 से अधिक पानी के रिचार्ज प्वाइंट की व्यवस्था भी होगी।

दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारे से ग्रीनफील्ड संरेखण परियोजना, सहारनपुर के हलगोआ से हरिद्वार के भद्राबाद को जोड़ने वाली परियोजना का निर्माण 2000 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से किया जाएगा। यह परियोजना दिल्ली से हरिद्वार तक निर्बाध सम्पर्क प्रदान करेगी और यात्रा के समय को भी कम करेगी। 1600 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बनने वाली मनोहरपुर से कांगड़ी तक हरिद्वार रिंग रोड परियोजना, हरिद्वार शहर के लोगों को, विशेष रूप से भारी पर्यटक मौसम के दौरान यातायात के जाम से राहत प्रदान करेगी और कुमाऊं क्षेत्र के साथ सम्पर्क में भी सुधार करेगी।

लगभग 1700 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली देहरादून-पोंटा साहिब (हिमाचल प्रदेश) सड़क परियोजना, यात्रा के समय को कम करेगी और दोनों स्थानों के बीच निर्बाध संपर्क प्रदान करेगी। इससे अंतर्राज्यीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। नाजिमाबाद-कोटद्वार सड़क चौड़ी करने की परियोजना, यात्रा के समय को कम करेगी और लैंसडाउन से सम्पर्क में भी सुधार करेगी।

लक्ष्मण झूले के निकट गंगा नदी पर ईगजछएक पुल भी बनाया जाएगा। विश्व प्रसिद्ध लक्ष्मण झूले का निर्माण 1929 में किया गया था, लेकिन अब इसे कम भार वहन क्षमता के कारण बंद कर दिया गया है। बनने वाले पुल पर पैदल चलने वाले लोगों के लिए कांच के डेक का प्रावधान होगा, साथ ही हल्के वजन के वाहनों को भी पार करने की अनुमति होगी।

इसके अलावा पीएम मोदी ने देहरादून में बच्चों की यात्रा के लिए सड़कों को सुरक्षित बनाकर शहर को बाल हितैषी बनाने के लिए चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट, देहरादून की आधारशिला भी रखी। देहरादून में 700 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से जलापूर्ति, सड़क और जल निकासी व्यवस्था के विकास से संबंधित परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया।

प्रधानमंत्री की परिकल्पना के अनुरूप स्मार्ट आध्यात्मिक कस्बों के विकास और पर्यटन संबंधी बुनियादी ढांचे को उन्नत करने के लिए श्री बद्रीनाथ धाम और गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में बुनियादी ढांचे के विकास कार्यों की आधारशिला रखी। इसके साथ ही हरिद्वार में 500 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से नया चिकित्सा महाविद्यालय भी बनाया जाएगा।

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