Tuesday, May 21 2024

हमारे जवानों को कोई हल्के में नहीं ले सकता, हर हलचल का दिया जवाब : अमित शाह

FIRSTLOOK BIHAR 22:03 PM खास खबर

नई दिल्ली : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हमारे जवानों को कोई हल्के में नहीं ले सकता है। हमने हर तरह से जवाबी कार्रवाई की है चाहे वो सीमा पर अतिक्रमण का प्रयास हो या फिर पुलवामा का हमला। हमारे जवानों ने दुश्मन की हर हलचल का जवाबी उत्तर दिया है।

BSF के 57वें स्थापना दिवस पर जवानों को किया संबोधित

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को जैसलमेर दौरे के दूसरे दिन सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 57वें स्थापना दिवस पर जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि जहां-जहां सीमा पर अतिक्रमण करने का प्रयास हुआ, हमने तुरंत जवाबी कार्रवाई की। हमारे जवान और सीमा को कोई हल्के में नहीं ले सकता। जब उरी और पुलवामा में हमला हुआ, तब एक मजबूत निर्णय लेते हुए एयरस्ट्राइक का निर्णय लिया।

ड्रोन प्रतिरोधी तकनीक का इजाद गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि ड्रोन प्रतिरोधी तकनीक को इजाद किया जा रहा है। इस पर काम जारी है। दुनिया की सबसे उच्च तकनीक बीएसएफ को दी जाएगी। उनके साथ बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड के चीफ मेजर जनरल शफीनुल इस्लाम भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। कार्यक्रम में बीएसएफ 13 फ्रंटियर के जवान हिस्सा ले रहे हैं।

पहली बार सीमा के जिले में स्थापना दिवस मनाने का निर्णय

जैसलमेर यात्रा के दूसरे दिन अमित शाह रविवार को पूनम सिंह स्टेडियम पहुंचे। ग्राउंड में अमित शाह ने सबसे पहले परेड का निरीक्षण किया। साथ ही परेड की सलामी ली। यहां शाह ने अपने संबोधन में कहा कि आज 57वां स्थापना दिवस है। जो परंपरा के अनुरूप परेड का दिन। पहली बार सीमा के जिले में स्थापना दिवस मनाने का मोदी सरकार ने निर्णय लिया। इस परंपरा को हमेशा के लिए जारी रहना चहिए। सीमा सुरक्षा के लिए जवानों को अपना लक्ष्य तय करना चाहिए।

35 हजार से ज्यादा जवानों ने दिया बलिदान, बीएसएफ सबसे आगे

अमित शाह ने कहा कि 35 हजार से ज्यादा जवान अलग-अलग जगहओं पर बलिदान दिए हैं। इसमें बीएसएफ सबसे आगे है। इसलिए सभी की तरफ से श्रद्धांजलि देता हूं। सीमा सुरक्षा बल का गौरवपूर्ण इतिहास है। आज दुनिया की सबसे बड़ी सीमाओं की सुरक्षा करने वाली हमारी बीएसएफ है। फिर चाहे वो राजस्थान हो या गुजरात। नदियां हो या रेगिस्तान। सेना और सीमा सुरक्षा बल ने लौंगेवाला में एक पूरी टैंक की बटालियन को खदेड़ दिया था। जो आज भी ट्रेनिंग सेंटरों में सिखाया जाता है।

इस कार्यक्रम में पुरुष-महिला जवानों की पैदल मार्च को निकाला। उसके बाद डॉग स्क्वायड, हॉर्स स्क्वायड, कैमल स्क्वायड परेड में शामिल हुई। आर्टिलरी रेजिमेंट, एयरविंग एवं देश का आठवां अजूबा कही जाने वाली कैमल माउंटेन बैंड भी आयोजन में शामिल हुआ।

जवानों का हुआ सम्मान

कार्यक्रम में डॉग-शो, अस्त्र-शस्त्र हैंडलिंग प्रदर्शन, पैरा एडवेंचर प्रदर्शन एवं सीमा भवानी (महिला) और जांबाज दल द्वारा मोटरसाइकिल के साथ भी प्रदर्शन किया। उसके बाद बीएसएफ दिवस के इस कार्यक्रम में सराहनीय सेवा देने वाले जवानों एवं उनके परिजनों को गृहमंत्री ने सम्मानित किया।

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