Friday, May 17 2024

निजीकरण के विरोध में बैंक हड़ताल असरदार,बिहार में 6500 बैंक शाखाओं पर लटका ताला

FIRSTLOOK BIHAR 22:28 PM खास खबर

हड़ताल के पहले दिन करीब 17 हजार करोड़ रुपये का लेनदेन बाधित

पटना : यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के नेतृत्व में गुरुवार से बैंक कर्मचारियों व अधिकारियों की दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल शुरू हो गई। यह हड़ताल बैकों के निजीकरण करने के लिए चल रही कोशिश के विरोध में की गई है।

पटना सहित बिहार भर में भारतीय स्टेट बैंक, ग्रामीण बैंक व अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की 6500 से अधिक शाखाएं बंद हैं। बैंकों के क्षेत्रीय, प्रधान और मंडल कार्यालयों पर नारेबाजी के बीच प्रदर्शन शुरू हो गया है।

आल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन के वरीय उपाध्यक्ष डाक्टर कुमार अरविंद ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक लाने की तैयारी है। इसके बाद सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण का रास्ता खुल जाएगा। बैंकों के निजीकरण का नतीजा यह होगा कि कृषि सहित अन्य प्राथमिक क्षेत्र के लोन मिलने बंद हो जाएंगे। जनता का पैसा पूंजीपतियों के हाथ में चला जाएगा। इसलिए हम सीधे कहें तो मास बैंकिंग क्लास बैंकिंग में बदल जाएगा। इसलिए हम इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में बैंक हड़ताल पूरी तरह से सफल है। 6500 बैंक शाखाएं बंद हैं। हड़ताल के पहले दिन 17 हजार करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन बाधित होने का अनुमान है। सरकार अगर पीछे नहीं हटती है तो अनिश्चित कालीन हड़ताल की जाएगी।

एसोसिएशन के संयुक्त सचिव डीएन त्रिवेदी ने कहा कि 6608 एटीएम में भी आज कैश नहीं डाला गया है। भारतीय स्टेट बैंक आफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव अजीत कुमार मिश्रा ने कहा कि बैंक लाभ कमा रहे हैं। इसके बावजूद इनका निजीकरण किया जा रहा है इसके विरोध में सभी बैंक यूनियनें गोलबंद हैं।

बिहार प्रोविंसियल बैंक इम्पलाईज एसोसिएशन के उप महासचिव संजय तिवारी ने कहा कि पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, गया, बेगूसराय, पूर्णिया सहित बिहार भर में प्रदर्शन हो रहा है। ग्रामीण इलाकों में भी सभी शाखाएं बंद हैं। हड़ताल पूरी तरह से सफल है।

एटीएम व्यवस्था : एटीएम कहीं बंद कहीं खुले हुए हैं। निजी क्षेत्र के बैंकों में हड़ताल नहीं है इसलिए एक्सिस बैंक, एचडीएफसी सहित सभी बैंकों में सामान्य रूप से काम हो रहा है। निजी बैंकों के एटीएम भी खुले हुए हैं। सरकारी बैंकों के वैसे एटीएम जो शाखाओं के अंदर हैं, बंद हैं लेकिन मुख्य मार्गों पर एटीएम चालू हैं। हड़तालियों का एक जत्था निजी बैंकों को भी बंद कराने के लिए घूम रहा है।

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