Tuesday, May 21 2024

शहरों के विकास में आम लोगों को भी शामिल करना जरूरी : प्रधानमंत्री

FIRSTLOOK BIHAR 22:08 PM खास खबर

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को वर्चुअल काशी विश्वनाथ धाम यात्रा के तहत अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन का उद्घाटन किया। बड़ालालपुर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में आयोजित सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने सभी महापौरों का आह्वान कर कहा कि आप सभी अपने कार्यकाल में अपने-अपने शहर को कुछ न कुछ जरूर दें, ताकि वह इतिहास और एक दिशा बने और कई वर्षों बाद भी उसका जिक्र लोग करें।

काशी का विकास पूरे देश के विकास का बन सकता है रोड मैप

प्रधानमंत्री ने काशी विकास माडल अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि काशी में हुआ विकास पूरे देश के विकास का रोड मैप बन सकता है। देश में ज्यादातर शहर पारंपरिक तरीके से ही विकसित हुए हैं। ऐसे में आधुनिकीकरण के इस दौर में इन शहरों की प्राचीनता भी उतनी ही अहमियत है। हमारा शहर स्वच्छ रहे और स्वस्थ भी रहे, ये हमारा प्रयास होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें आज कायाकल्प की जरूरत है। पुराना जो कुछ भी है, उसे सहेजकर आधुनिक युग की ओर बढ़ें और विकास करें। अपने विरासत को सहेजने के लिए हम नई-नई तकनीक सीख सकते हैं। स्थानीय उत्पाद कैसे शहर की पहचान बन सकते हैं, हम यह सीख सकते हैं। भारत को रिवॉल्यूशन की नहीं इवॉल्यूशन की जरूरत है।

नदी के प्रति संवदेनशील एप्रोच रखने की पीएम ने की अपील

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के लगभग सभी प्रमुख शहर नदियों के किनारे स्थित है। नदी के प्रति संवदेनशील एप्रोच रखने की अपील कर उन्होंने कहा कि सभी नगर जो नदियों के तट पर स्थित है वो अपने यहां नदियों की महत्ता को बनाये रखने और स्वछता को बनाये रखने के लिए मेयर नदी उत्सव का आयोजन करें। इसमें नदियों में सफाई का काम, नदी का इतिहास, उससे सम्बंधित प्रतियोगिता, नदी के तट पर घटित घटनाओं पर आधारित कार्यक्रम, नदी के तट पर समारोह कवि सम्मलेन, सांस्कृतिक प्रोग्राम आदि आयोजित कर नदियों को एक बार फिर से जीवंत बनाएं। हम साल में सात दिन के लिए नदी उत्सव मनाएं। पूरे शहर के लोगों को जोड़कर जल स्रोतों को बचाने के लिए जागरूक करें।

पूरे तामझाम के साथ मनायें नगर का जन्मदिन

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अपने नगर का जन्मदिन एक महत्वपूर्ण दिन है, जिन्हे नहीं पता है वो पता करें कि किस दिन नगर अस्तित्व में आया और कितना वर्ष पुराना है आपका शहर। उन्होंने कहा कि पूरे तामझाम के साथ नगर का जन्मदिन मनायें। शहर में उत्सव जैसा माहौल हो। कई प्रतियोगिताएं आयोजित करें ताकि लोग शहर के इस आयोजन से जुड़ें। सिर्फ स्कूल-कालेज के एनसीसी के छात्र-छात्राएं ही नहीं आम आदमी के लिए भी प्रतियोगिताएं रखें। इससे नगर में एक नया उत्साह आयेगा। प्रधानमंत्री ने सभी मेयरों को अपने शहर की एक खास पहचान बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि नगर में कोई ऐसा चौराहा या जगह चुन कर कोई ऐसा कार्य करें जो शहर की पहचान बन जाए।

काशी में सबका हृदय से स्वागत है

प्रधानमंत्री ने अपने संसदीय क्षेत्र में आये महापौरों का स्वागत कर कहा कि काशी के सांसद के नाते मेरी काशी में सबका हृदय से स्वागत है। मेरे लिए यह बहुत सौभाग्य की बात होती यदि मैं मेरी काशी में रहकर आप सबका स्वागत करता लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि काशीवासियों ने आपके स्वागत में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेयर सम्मेलन में भावी भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए अपने विचारों को एक-दूसरे से साझा करें। सभी शहरों को एक वाइब्रेंट शहर बनाने के लिए आप जी-जान से प्रयास करेंगे, इसका मुझे पूरा विश्वास है। आप सभी अपने-अपने शहर को कुछ न कुछ जरूर देना चाहते होंगे। ताकि वह इतिहास और एक दिशा बने और कई वर्षों बाद भी उसका जिक्र हो। उन्होंने कहा कि आप सभी काशी पहले भी आए होंगे। आप पुरानी यादों के साथ पुराने और नए काशी को देखें। काशी के विकास पर हम सबको मंथन से ही नए विचार और नई कल्पना मिलेगी।

पीएम स्वनिधि योजना को लेकर की अपील

अपने सम्बोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने पीएम स्वनिधि योजना को लेकर बड़ी अपील की। उन्होंने कहा कि सभी मेयर अपने शहर के ठेला-पटरी व्यापारियों को जागरूक करें। वह ब्याज पर साहूकार से पैसे लेते हैं और फिर उसी के चक्कर में फंस जाते हैं। योजना के बारे में व्यापारियों को प्रेरित करें। दिव्यांगजनों की सहूलियत का ध्यान रखें। डिजिटल पेमेंट के लिए ठेला-पटरी व्यापारियों को प्रेरित करें। सभी मेयर काशी की धरती से मां गंगा के तट से संकल्प लेकर जाएं कि वह पीएम स्वनिधि योजना से व्यापारियों को लाभ दिलाएंगे। उन्हें डिजिटल पेमेंट की ट्रेनिंग दिलाएंगे।

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