Tuesday, May 21 2024

मगध विवि के कुलपति की गिरफ्तारी को लेकर विद्यार्थी परिषद का आंदोलन, किया विराट प्रदर्शन

FIRSTLOOK BIHAR 23:17 PM बिहार

बोधगया : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बैनर तले शनिवार को छात्रों ने मगध विश्विद्यालय के कुलपति की गिरफ्तारी व छात्र हित की मांग को लेकर मुख्यालय के समक्ष विराट प्रदर्शन किया। सभा को संबोधित करते हुए अभाविप के प्रदेश मंत्री लक्ष्मी रानी ने कहा की विद्यार्थी परिषद स्थापना काल से ही छात्र हित, समाज हित और राष्ट्र हित के क्षेत्र में कार्य करता रहा है। इसी कड़ी में महामहिम को संज्ञान में लाना है कि मगध विश्वविद्यालय का एक अपना गौरवशाली इतिहास रहा है। इसे उत्तर भारत का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय होने का गौरव प्राप्त है। लेकिन पिछले कुछ समय से मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ राजेंद्र प्रसाद एवं उनके सहयोगियों के कुकृत्य के परिणाम स्वरूप इसकी छवि अत्यधिक धूमिल हुई है। दुर्भाग्य तो यह है कि अभी तक भ्रष्टाचार में संलिप्तता के बावजूद तत्कालीन कुलपति एवं उनके सहयोगियों के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हुआ है। जिसके कारण संपूर्ण विद्धत समाज आहत है।

भ्रष्ट कुलपति को राजनीतिक साजिश के तहत बचाने का प्रयास

संपूर्ण छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों और समाज में भय व्याप्त है। इतनी बड़ी विजिलेंस की कारवाई के बाद भी दोषियों को जिस तरह से राजनीतिक षड्यंत्र के तहत बचाया जा रहा है, वह देश और बिहार के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस भ्रष्ट्र कुलपति ने शिक्षा के मंदिर को बदनाम करने का काम किया है, वह खुलेआम जिस तरीके से विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को धमकी देने का काम कर रहे हैं और निगरानी की जांच प्रभावित कर रहे हैं एवं विश्वविद्यालय में दुबारा पदस्थापित होने के लिए एंड़ी चोटी एक कर रहे हैं। यह राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार के क्रियाकलापों पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।

कुलपति को गिरफ्तार नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण

परिषद के विवि संयोजक सूरज सिंह ने कहां कि मगध विश्वविद्यालय में शैक्षणिक व्यवस्था पूरी तरह खत्म हो चुकी है।अभी तक भ्रष्ट कुलपति डॉ राजेंद्र प्रसाद एवं उनके सहयोगी पदाधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए हटाया नहीं जाना और गिरफ्तार नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण हैं। डॉ राजेंद्र प्रसाद के समय मे जितने भी कॉलेजो को संबंधन दिया गया है, उसकी भी जांच होनी चाहिए।

छात्रों के लिए नहीं है छात्रावास

विश्वविद्यालय का दुर्भाग्य है कि इतना बड़ा कैंपस होने के बावजूद वर्तमान समय में एक भी छात्रावास नहीं रहना अपने आप में चिंता का विषय है। छात्रों के नामांकन के अनुपात में छात्रावास का निर्माण किया जाना चाहिए, ताकि दूर-दराज के छात्र और छात्राओं के पढ़ाई में कोई बाधा ना हो। वहीं भ्रष्टाचार को बल देते हुए डॉ राजेंद्र प्रसाद ने धन बल के आधार पर ट्रांसफर-पोस्टिंग भी बड़े पैमाने पर हाल ही में किया है। अगर उसकी जांच हो तो बहुत बड़ा घोटाला उजागर होगा।

छात्रों को मूल प्रमाणपत्र लेने में भी हो रही है कठिनाई

आज विश्वविद्यालय में छात्रों को मूल प्रमाण पत्र लेने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रमाण पत्र मिलने में महीनों का समय लग जा रहा है। जिससे कि छात्रो का भविष्य बर्बाद हो रहा है।इस मामले में दोषी व्यक्तियो पर कारवाई कि जायें। आज मगध विश्वविद्यालय का लगभग सभी सत्र बिल्कुल अनियमित है। इसे जल्द से जल्द सुधार कर सभी शैक्षणिक सत्र को नियमित किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी महाविद्यालयों का ऑडिट निगरानी विभाग से कराया जाये तो करोड़ो का घोटाला उजागर होगा।

प्रदर्शन में गया,औरंगाबाद,जहानाबाद एवं नावादा के छात्र छात्राएं शामिल थे। संगठन मंत्री पशुपतिनाथ ने कहा कि अभाविप मगध विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ सबसे पहले आवाज उठाई थी। लेकिन इस आवाज को दबाने के लिए राजभवन ने कई चालें चली। मालूम हो कि परिषद द्वारा मगध विश्वविद्यालय के भ्रष्ट कुलपति के खिलाफ पीआईएल दाखिल किया गया था। कुलपति के साथ साथ दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है, तो प्रदेश स्तर पर आंदोलन करने के लिए विद्यार्थी परिषद बाध्य होगी। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेवारी राजभवन और बिहार सरकार की होगी। इस प्रदर्शन में विश्वविद्यालय संयोजक सूरज सिंह,प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मंतोष सुमन,विभाग संयोजक अमन मिश्रा,सीनेट सदस्य डॉ रूपेश कुमार,राष्ट्रीय कार्यसमिति बंदना भगत,विश्वविद्यालय मीडिया प्रभारी अनिरुद्ध सेन, राहुल कुमार,प्रान्त एसएफडी प्रमुख पुष्कर अग्रवाल,प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अंशिका सिंह, प्रिया सिंह आदि शामिल थे।

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