मुजफ्फरपुर : तिरहुत प्रमंडल के प्रमंडलीय आयुक्त मिहिर कुमार सिंह ने सोमवार को मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी एवं बुडको से संबंधित चल रही योजनाओं की समीक्षा की। बैठक में जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार एवं नगर आयुक्त मुजफ्फरपुर विवेक रंजन के साथ कार्यपालक अभियंता बुडको एवं स्मार्ट सिटी से संबंधित पदाधिकारी एवं अभियंता उपस्थित थे।
स्मार्ट सिटी के तहत ली गई योजनाओं की बिंदुवार विस्तृत समीक्षा प्रमंडलीय आयुक्त के द्वारा की गई। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी योजनाओं की मासिक प्रगति प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। जहां कार्य चल रहे हैं उसे गति दें एवं कार्य की गुणवत्ता हर -हालमें बहाल रहे।निर्देश दिया कि जिन योजनाओं की स्वीकृति अभी तक नहीं हो पाई है उसके स्वीकृति की दिशा में प्रभावी कार्य करना सुनिश्चित करें।
स्मार्ट सिटी के अंतर्गत 980 करोड़ रुपए आवंटित किये गए है जिसमें 770.48 करोड़ का वर्क आर्डर हो गया है जिसमें कुल 18 परियोजनाएं शामिल हैं। शेष योजनाएं की स्वीकृति को लेकर अग्रेतर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
भारत सरकार के निर्देशानुसार 31 मार्च 2022 तक ही योजनाओं की स्वीकृति के अंतिम तिथि निर्धारित है। उसके बाद योजनाओं की स्वीकृति पर भारत सरकार राशि उपलब्ध नही करा पाएगी।
ऐसी स्थिति में प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा नगर आयुक्त को निर्देश दिया गया कि इस बिंदु पर शीघ्र ही स्मार्ट सिटी प्रबंधन समिति की अर्जेंट बैठक बुलाना सुनिश्चित करें एवं योजनाओं की स्वीकृति के उपरांत टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण की जाए।
डेवलपमेंट ऑफ अंडरग्राउंड सीवरेज सिस्टम एंड डेवलपमेंट ऑफ UG स्टॉर्म वॉटर ड्रेन इन ABD एरिया के तहत लक्ष्मी चौक, ब्रह्मपुरा ,कंपनी बाग तथा अन्य जगहों पर जो कार्य चल रहे हैं उसकी समीक्षा की गई। 234 करोड़ की लागत से यह योजनाएं चल रही हैं जिसमें 12% प्रतिशत मात्र प्रगति हुई है। निर्देश दिया गया कि कार्य में गति लाना सुनिश्चित करें ताकि बरसात के समय कठिनाइयों का सामना ना करना पड़े।
डेवलपमेंट ऑफ रोड योजना के तहत सड़क तथा उसके दोनों और नालो का निर्माण कर सड़क का चौड़ीकरण किया जाना है। इसकी समीक्षा के क्रम में पाया गया कि बैरिया चौक भाया लक्ष्मी चौक के तहत बनने वाली सड़क में 25% की प्रगति है जबकि अन्य सड़कों में प्रगति कम है। कार्य की धीमी प्रगति पर नाराजगी प्रकट की गई एवं निर्देश दिया गया कि कार्य को गति देना सुनिश्चित करें।
बैठक में इसके अतिरिक्त सिकंदरपुर मन का सौंदर्यीकरण,, सड़क निर्माण, इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर ,फेस लिफ्टिंग ऑफ सीबीडी एरिया इत्यादि की भी समीक्षा की गई एवं इसके क्रियान्वयन की दिशा में सख्त निर्देश दिए गए।